दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान के साथ युद्धविराम के फैसले पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने आरोप लगाया है कि यह फैसला किसी विदेश सचिव का नहीं, बल्कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का था, जो पाकिस्तान जैसे आतंकवादी संगठनों के लिए सुरक्षित आश्रय स्थल वाले देश पर भरोसा करना दर्शाता है।
आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल बताया कि पाकिस्तान ने आतंकवादी घटनाएं अंजाम ना देने की बात कही, तब हमने युद्धविराम किया। लेकिन क्या हमें पाकिस्तान जैसे देश पर भरोसा करना चाहिए, जो लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकवादी संगठनों का गढ़ है?”
सिंह ने आगे कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान, जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान को “महान” और “शक्तिशाली” देश बताया, ने भारत की गरिमा को ठेस पहुंचाया है। उन्होंने कहा, “ट्रंप का बयान, जो ओसामा बिन लादेन को शरण देने वाले देश पाकिस्तान को हमारे महान देश के बराबर रखता है, पर प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी नहीं कहा। यह 140 करोड़ भारतीयों के लिए शर्मनाक है।”
आप ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भारत की वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचाया है, खासकर जब भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और एक समृद्ध इतिहास वाला देश है। पार्टी ने मांग की है कि सरकार इस मुद्दे पर स्पष्टता लाए और भारत की गरिमा को बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाए।
इस बीच, भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों ने आप के बयान को “राजनीति से प्रेरित” करार दिया है और कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।