देश की रक्षा में वीरगति प्राप्त करने वाले बिहार के वीर सपूत रामबाबू प्रसाद (Martyr Rambabu Prasad) का पार्थिव शरीर आज पटना एयरपोर्ट पर पहुंचा, जहां पूरे सम्मान और गमगीन माहौल में उनका स्वागत किया गया। जैसे ही शहीद का तिरंगे में लिपटा शव एयरपोर्ट पर पहुंचा, हर आंख नम हो गई। सैन्य सम्मान के साथ शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव स्वयं एयरपोर्ट पहुंचे और शहीद रामबाबू को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान सेना के जवानों, प्रशासनिक अधिकारियों और बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने भी शहीद को अंतिम सलामी दी। “भारत माता की जय” और “रामबाबू अमर रहें” के नारों से माहौल देशभक्ति में डूब गया। इससे पहले तेजस्वी यादव ने शहीद रामबाबू प्रसाद के परिजनों से वार्ता कर उन्हें सांत्वना दी वीर शहीद की शहादत को नमन किया।
राज्य सरकार ने शहीद को राजकीय सम्मान देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री समेत कई नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से श्रद्धांजलि दी। साथ ही शहीद के परिवार को 50 लाख रुपये की सहायता राशि देने का एलान किया गया है। शहीद रामबाबू का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनका बलिदान बिहार और देश की स्मृतियों में हमेशा अमर रहेगा।
तेजस्वी यादव का सरकार पर निशाना
श्रद्धांजलि के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “हमारे बिहार के जवान हमेशा देश की रक्षा में सबसे आगे रहते हैं। हमें उन पर गर्व है। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार शहीदों के सम्मान में भी भेदभाव करती है।”हम आदरणीय गृह मंत्री को पत्र लिखेंगे और उनसे मांग करेंगे की सीमा पर जो भी सैनिक देश की लिए अपना प्राण न्योछावर करता है तो उसे शहीद का दर्जा दिया जाए।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सरकार ने यह अंतर किया कि एक शहीद बीएसएफ से हैं और दूसरा सेना से, जबकि दोनों ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं।”देश की सेवा में शहीद हुए जवानों में फर्क करना सबसे बड़ी विडंबना है। देश के लिए शहादत देने वाला हर जवान एक समान सम्मान का हकदार है।