बिहार की राजनीति में इन दिनों जो सबसे दिलचस्प मोड़ आया है, वह है राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के रिश्तों की फिर से पिघलती बर्फ। दरभंगा में आयोजित छात्र संवाद कार्यक्रम को प्रशासन द्वारा रद्द किए जाने के बाद राजनीतिक पारा चढ़ गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव एक बार फिर एक सुर में नीतीश कुमार सरकार पर हमला बोलते नजर आए।
हाल के दिनों में कांग्रेस और राजद के बीच थोड़ी तल्खी दिख रही थी। सीट शेयरिंग से लेकर नेतृत्व के मुद्दे पर कई मतभेद सामने आए थे। लेकिन जैसे ही प्रशासन ने राहुल गांधी के कार्यक्रम को रद्द किया, विपक्ष एकजुट होकर सरकार पर हमला करने लगा।
तेजस्वी यादव ने इस फैसले को “लोकतंत्र की हत्या” बताया और नीतीश कुमार की सरकार को ‘भ्रष्ट अफसरशाही से चलने वाला तंत्र’ कहा। उन्होंने ‘DK Tax’ का दोबारा जिक्र करते हुए नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि क्या अब कार्यक्रम की अनुमति के लिए भी टैक्स देना होगा?
तेजस्वी का तीखा बयान
तेजस्वी यादव ने कहा कि “रिटायर्ड भ्रष्ट अधिकारी और टायर्ड मुख्यमंत्री ने देश के नेता प्रतिपक्ष को छात्रों से मिलने से रोक दिया। यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है। बिहार में अपराध चरम पर है, और सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है।”
इस पूरे घटनाक्रम ने स्पष्ट कर दिया कि भाजपा और जदयू के गठबंधन के खिलाफ विपक्ष एक बार फिर एकजुट हो गया है। यह घटना केवल प्रशासनिक नहीं, बल्कि राजनीतिक संकेतों से भी भरी हुई है।