बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हाल ही में सारण विकास मंच द्वारा आयोजित बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के दौरान एक महत्वपूर्ण पहल की। तेजस्वी यादव ने क्षत्रिय समाज के सामने अपने पुराने बयान पर स्पष्ट किया कि उनकी भ्रष्ट बाबुओं पर की गई टिप्पणी को क्षत्रियों से जोड़ा गया, जो उनके जेहन में कभी हो ही नहीं सकती। बयान को गलत तरीके से पेश किया गया और समाज में कन्फ्यूजन फैलाया गया। अब तेजस्वी यादव के इसी संदेश को जन-जन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ली है सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने, जिन्होंने पश्चिम चंपारण से इसकी शुरुआत करते हुए रतवल में क्षत्रिय समाज के लोगों से बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब वक्त है कि क्षत्रिय समाज अपना राजनीतिक मूल्यांकन करे। एनडीए ने सिर्फ इस्तेमाल किया है, बदले में सम्मान या प्रतिनिधित्व नहीं दिया।

शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति में क्षत्रिय समाज को अपनी भूमिका का आंकलन करना होगा। समाज को उसके समर्थन के बदले क्या मिला, कितना सम्मान मिला और कितना दोहन हुआ, सबकुछ विचार करना होगा। आज बिहार में राजनीतिक परिदृश्य यही है कि क्षत्रियों का एनडीए ने सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया है।
शैलेंद्र प्रताप सिंह ने अपने अभियान के तहत स्पष्ट किया कि वे पश्चिम चंपारण की सभी नौ विधानसभा सीटों पर क्षत्रिय समाज के बीच जाएंगे और तेजस्वी यादव का संदेश उन तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र में बिहार से 8 मंत्री, लेकिन एक भी क्षत्रिय नहीं। बिहार सरकार में क्षत्रिय मंत्री सिर्फ नाम के लिए, निर्णय लेने में उनकी कोई भूमिका नहीं है। वे सरकार हो या अपने अपने संगठन, सभी में महज शोपीस हैं। एनडीए के राज में क्षत्रिय समाज उपेक्षित रहा है। अब समय है नेतृत्व को बदलने का।
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बैठक में उन्होंने जोर देकर कहा कि जो समाज अपने लिए नहीं लड़ता, उसका मिटना तय है। अब क्षत्रियों को 2025 के विधानसभा चुनाव को एक निर्णायक लड़ाई के रूप में लेना होगा। और क्षत्रिय तो अपने अधिकार, स्वाभिमान के लिए हमेशा से जंग करते आए हैं। एक जंग और इस साल 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में लड़नी है। यह लड़ाई निर्णायक है क्योंकि एक तरफ है क्षत्रियों को लगातार अपमानित करने वाला गठबंधन और दूसरी ओर है तेजस्वी यादव जैसे युवा नेतृत्व का साथ, जिन्होंने राजपूतों का हमेशा सम्मान किया है। बैठक में बिहार मुखिया महासंघ के उपाध्यक्ष एवं चंदरपुर रतवल पंचायत के मुखिया नितेश राव, लगुनहा चौतरवा के मुखिया प्रतिनिधि आनंद शाही, पैक्स अध्यक्ष नूतन देव राव, सिंघाड़ी पिपरिया के मुखिया प्रतिनिधि दीपक पांडेय, इंग्लिशिया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राजेश सिंह, पूर्व मुखिया संजय सिंह, भोला सिंह, अनूप सिंह, गगनदेव राव, बृजकिशोर राव, सुभाष सिंह, रामा सिंह, अभय सिंह, अरुण सिंह , अजित राव, कन्हैया राव आदि उपस्थित रहे।