बिहार की राजनीति में अक्सर दबंग नेताओं की जमीन से जुड़ी खबरें सामने आती रही हैं, लेकिन इस बार मामला सीधे RJD विधायक रीतलाल यादव से जुड़ गया है। पटना जिले के दानापुर अनुमंडल क्षेत्र स्थित कोथवां गांव में 77 डिसमिल सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए 17 अवैध दुकानों को बुलडोजर से गिरा दिया।
यह कार्रवाई पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के आदेश पर की गई, जिसमें दानापुर एसडीएम दिव्य शक्ति, अंचलाधिकारी, खगौल थाना प्रभारी और नगर परिषद के अधिकारी मौजूद थे।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन को जानकारी दी थी कि कोथवां गांव समेत दानापुर के कई हिस्सों में सरकारी जमीन पर RJD विधायक और उनके परिजनों के संरक्षण में दुकानें और मकान बनाए गए हैं। इसके बाद CO ऑफिस में अतिक्रमणवाद दायर हुआ, जांच के बाद नोटिस भेजे गए, और अंततः कार्रवाई का दिन तय किया गया।
बुलडोजर के एक्शन का वीडियो हुआ वायरल
कार्रवाई के दौरान बुलडोजर की कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे यह मामला और गरमा गया। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सवाल उठाते हुए इसे कानून का राज बताने की कोशिश की, जबकि स्थानीय जनता ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया।
क्या विधायक पर गिरेगा कानूनी शिकंजा?
अब सवाल उठ रहा है कि यदि अतिक्रमण में विधायक या उनके परिजन शामिल पाए जाते हैं, तो क्या उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी? पटना डीएम ने संकेत दिए हैं कि पूरा मामला जांच के दायरे में है और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।