गोंदिया : बॉलीवुड अभिनेता विजय राज को एक बड़ी राहत मिली है। महाराष्ट्र की गोंदिया कोर्ट ने गुरुवार को उन्हें 2020 में दर्ज एक यौन उत्पीड़न मामले में बरी कर दिया। यह मामला फिल्म शेरनी की शूटिंग के दौरान एक महिला सहकर्मी द्वारा दर्ज किया गया था। कोर्ट ने अभियोजन पक्ष पर साक्ष्य पेश करने में विफलता का हवाला देते हुए विजय राज के खिलाफ सभी आरोप हटा दिए।
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट महेंद्र सोते ने अपने फैसले में कहा कि अभियोजन पक्ष विजय राज के खिलाफ पर्याप्त सबूत पेश नहीं कर सका। इस मामले में विजय राज पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354-A (यौन उत्पीड़न) और 354-D (पीछा करना) के तहत आरोप लगाए गए थे। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि अक्टूबर 2020 में, गोंदिया और बालाघाट में फिल्म शेरनी की शूटिंग के दौरान, विजय राज ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया था, जिसमें बिना सहमति के मास्क ठीक करना और शारीरिक टिप्पणियां करना शामिल था।
शिकायत रमनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी, जिसके बाद विजय राज को गिरफ्तार किया गया था, हालांकि उन्हें उसी दिन जमानत मिल गई थी। इस घटना के बाद अभिनेता को शूटिंग बीच में छोड़नी पड़ी थी, और उनकी वकील सवीना बेदी सचर ने बताया कि इस मामले के बाद विजय राज को काम मिलना मुश्किल हो गया था।
उन्होंने कहा, “अब जब कोर्ट ने उन्हें निर्दोष घोषित कर दिया है, यह उन लोगों के लिए एक सबक है जो हर आरोपी को आरोप लगते ही दोषी मान लेते हैं।”विजय राज, जो स्त्री, दिल्ली बेली, रन, और डेढ़ इश्किया जैसी फिल्मों में अपने शानदार अभिनय के लिए जाने जाते हैं, ने इस विवाद के बाद काफी समय तक खुद को लो प्रोफाइल रखा। इस फैसले के बाद उनके प्रशंसकों ने राहत की सांस ली है, और उम्मीद है कि यह फैसला उनके करियर को नई दिशा देगा।