नई दिल्ली | भारतीय जनता पार्टी के सांसद रवि किशन ने शनिवार को एक वीडियो संदेश में भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को रेखांकित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को विश्व के प्रमुख देशों में भेजने जा रही है। इन प्रतिनिधिमंडलों का उद्देश्य पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की ” जीरो टॉलरेंस” की नीति को वैश्विक मंच पर स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना है।
रवि किशन ने बताया कि ये प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों सहित अन्य रणनीतिक साझेदारों से संवाद करेंगे। उन्होंने कहा, “इस बार पूरा भारत पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट हो गया है। यह एक शक्तिशाली संदेश है जिससे पाकिस्तान भी कांप गया है। अगर कोई उकसावे की कार्रवाई हुई, तो जवाब भी उतना ही निर्णायक होगा।”
इस पहल को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी समर्थन दिया। उन्होंने इसे भारत की “एकीकृत और अडिग आतंकवाद विरोधी नीति” करार दिया। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी सरकार को इस बहुपक्षीय पहल के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि भारत को वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान के कश्मीर मुद्दे को लेकर झूठे प्रचार का प्रभावी जवाब देना चाहिए।
भारत की यह पहल कूटनीतिक मोर्चे पर आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने की रणनीति के तहत देखी जा रही है। प्रतिनिधिमंडलों के ज़रिए भारत अब न केवल सैन्य रूप से, बल्कि राजनयिक स्तर पर भी सशक्त प्रतिक्रिया देने को तैयार है।