आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को वैश्विक स्तर पर भारत का प्रस्तुत करने जा रहे जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा का बड़ा बयान आया है। संजय झा ने कहा कि जिस डेलिगेशन को मैं लीड कर रहा हूं वह कल भारत से बाहर जाएगा। हम जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर जाएंगे। संजय झा की डेलिगेशन टीम में अपराजिता सारंगी (बीजेपी), यूसुफ पठान (AITC), बृजलाल (बीजेपी), जॉन ब्रिटास (CPI-M), प्रदन बरुआ (बीजेपी), हेमांग जोशी (बीजेपी), सलमान खुर्शीद, राजदूत मोहन कुमार शामिल हैं।
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संजय झा आज पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दिल्ली से वह आतंकवाद के खिलाफ भारत सरकार द्वारा विभिन्न देशों में भेजे जाने वाले डेलिगेशन में शामिल होंगे। संजय झा ने कहा कि इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य यह दिखाना है कि पाकिस्तान की सरकार द्वारा आतंकवाद को समर्थन दिया जाता है, उन्हें धन, प्रशिक्षण और संसाधन प्रदान किए जाते हैं, जो साबित हो चुका है। भारत ने पहले उनके 9 आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों को नष्ट किया। इसके बाद, जब पाकिस्तान ने हमला किया, तो भारत ने न केवल उसे रोका, बल्कि उनके हवाई अड्डे को भी नष्ट कर दिया।
59 नेता और 32 देश..
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के इरादे से भारत की ओर से विदेश जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल 22 मई से अपना दौरा शुरू करेगा। प्रतिनिधिमंडल की यात्रा का यह दौर 5 जून तक चलेगा। सरकार की तरफ से प्रतिनिमंडल का पूरा शेड्यूल जारी किया गया है। इस प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न पार्टियों के सांसद शामिल हैं जो पूरी दुनिया में पाकिस्तान की आतंकवादी सोच को एक्सपोज करेंगे।
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि वह आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ के भारत के संदेश को पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों समेत प्रमुख साझेदार देशों में 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजेगी। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, जद (यू) सांसद संजय झा, द्रमुक की कनिमोई, राकांपा (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत शिंदे एक-एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। 59 राजनीतिक नेताओं में से 31 सत्तारूढ़ एनडीए का हिस्सा हैं, जबकि बाकी के 20 ने गैर-एनडीए दलों से हैं।