मुंबई : एक बार फिर से कोविड-19 ने मुंबई में दस्तक दे दी है, जिसके चलते शहर में चिंता का माहौल बन गया है। रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में पिछले कुछ दिनों में 53 नए कोविड-19 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है। ये मौतें केईएम अस्पताल में दर्ज की गईं, जहां मृतकों को अन्य गंभीर बीमारियां (कोमॉर्बिडिटीज) भी थीं। इस खबर ने एक बार फिर से लोगों के मन में महामारी के शुरुआती दिनों की यादें ताजा कर दी हैं, जब मुंबई और महाराष्ट्र कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक थे।
अधिकारियों ने कहा- घबराने की जरूरत नहीं
हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस अब स्थानिक (एंडेमिक) हो चुका है और इसकी गंभीरता समय के साथ कम हो गई है। केईएम अस्पताल में पिछले दो महीनों में 15 कोविड-19 मामले सामने आए, लेकिन सभी मरीजों में लक्षण हल्के और फ्लू जैसे थे, और सभी ठीक हो गए। फिर भी, जिन मरीजों को अन्य गंभीर बीमारियां हैं, उनके लिए यह वायरस अभी भी खतरनाक हो सकता है, हालांकि ऐसी घटनाएं अब दुर्लभ हैं।
दक्षिण-पूर्व एशिया में भी बढ़ रहे मामले
मुंबई में बढ़ते मामलों के बीच दक्षिण-पूर्व एशिया के कई देशों में भी कोविड-19 की नई लहर देखी जा रही है। हांगकांग और सिंगापुर जैसे शहरों में मामलों, अस्पताल में भर्ती होने और मौतों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। सिंगापुर में मई के पहले हफ्ते में कोविड-19 के अनुमानित मामले 28% बढ़कर 14,200 तक पहुंच गए, जबकि अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में 30% की वृद्धि दर्ज की गई। भारत में भी स्थिति पर नजर रखी जा रही है, खासकर तब जब देश में सक्रिय मामलों की संख्या 257 है, जिनमें से ज्यादातर केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र से हैं (हिंदुस्तान टाइम्स, 19 मई 2025)।
पहले की तुलना में बदला हुआ नजरिया
महामारी के शुरुआती दिनों में भारत ने सख्त कदम उठाए थे, जैसे कि 2020 में एपिडेमिक डिजीज एक्ट लागू करना और पूरे देश में लॉकडाउन करना। लेकिन अब सरकार और स्वास्थ्य विभाग का रवैया बदल गया है। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और इसे सामान्य रूप से प्रबंधित किया जा सकता है। बीएमसी ने भी कहा कि कोविड-19 को अब एक सामान्य मौसमी बीमारी की तरह देखा जा रहा है।
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से बुनियादी सावधानियां बरतने की सलाह दी है, जैसे कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, हाथ धोते रहना और अगर फ्लू जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत टेस्ट करवाना। खासकर उन लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, जिन्हें पहले से डायबिटीज, हृदय रोग या अन्य गंभीर बीमारियां हैं।