हरदोई : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक प्रेमी को अपनी प्रेमिका से मिलने की कीमत अपनी जान जोखिम में डालकर चुकानी पड़ी। प्रेमिका के परिवार वालों ने युवक पर बर्बर हमला किया, जिसमें उसे खौलता पानी डालने, पेशाब पिलाने और गुप्तांगों पर चोट पहुंचाने जैसी हैवानियत की हदें पार की गईं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को बचाया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
क्या है पूरा मामला?
सीतापुर के महोली का रहने वाला अतुल कश्यप लंबे समय से हरदोई के लोनार थाना क्षेत्र की एक युवती से फोन पर बात कर रहा था। दोनों के बीच प्रेम संबंध थे, और युवती ने अतुल को अपने गांव के घर पर मिलने के लिए बुलाया था। लेकिन जैसे ही अतुल वहां पहुंचा, प्रेमिका के परिवार वालों ने उसे पकड़ लिया और बंधक बना लिया।
अतुल ने बताया कि परिवार वालों ने उसे घर के अंदर बांध दिया, उसके सारे कपड़े उतारकर बेरहमी से पिटाई की। इस दौरान उन लोगों ने उसके शरीर पर खौलता पानी डाला, गुप्तांगों को चोट पहुंचाई और कई बार उसे पेशाब पिलाया। अतुल ने कई घंटों तक छोड़ने की गुहार लगाई, लेकिन हमलावर नहीं रुके। वह कई बार बेहोश भी हो गया।
पुलिस ने किया हस्तक्षेप
गांव वालों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही लोनार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और अतुल को परिवार की कैद से छुड़ाया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। अतुल के पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं, और उसका शरीर पिटाई से नीला पड़ गया है।
हरदोई के अपर पुलिस अधीक्षक मार्तंड सिंह ने बताया, “यह मामला प्रेमी की पिटाई का है, जो अपनी प्रेमिका से छुपकर मिलने गया था। घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और उसका इलाज चल रहा है। तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है, और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”
सामाजिक और कानूनी संदर्भ
यह घटना भारत में प्रेम संबंधों को लेकर परिवारों की कट्टरता और हिंसा की गंभीर समस्या को उजागर करती है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में “ऑनर” या पारिवारिक अस्वीकृति से जुड़े महिलाओं और प्रेमी जोड़ों के खिलाफ 4,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे। हालांकि, सामाजिक दबाव और डर के कारण ऐसे मामले अक्सर दर्ज ही नहीं हो पाते।
उत्तर प्रदेश में इस तरह की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक मान्यताएं और सामाजिक रूढ़ियां अक्सर कानूनी सुरक्षा को प्रभावित करती हैं। इस मामले ने एक बार फिर महिलाओं और प्रेमी जोड़ों के खिलाफ हिंसा पर सख्त कानूनी कार्रवाई और सामाजिक जागरूकता की जरूरत को रेखांकित किया है।
पुलिस ने इस मामले में जांच तेज कर दी है, और स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है।