नई दिल्ली: – भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात कर्मचारी दानिश को देश से निष्कासित कर दिया है, क्योंकि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का एजेंट पाया। इस कार्रवाई से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है, खासकर हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी।
दानिश पर जासूसी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है, और उन्हें 24 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध पहले ही तनावपूर्ण हैं।
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी और दानिश का कनेक्शन इस मामले में एक और मोड़ तब आया जब हरियाणा के हिसार से एक लोकप्रिय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। ज्योति पर पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों को संवेदनशील जानकारी लीक करने का आरोप है। उसने अपनी पूछताछ में स्वीकार किया कि वह नवंबर 2023 से मार्च 2025 तक दानिश के संपर्क में थी और उसके निर्देश पर काम कर रही थी।
इस जासूसी के नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए भारतीय अधिकारियों ने बताया कि दानिश और ज्योति मल्होत्रा एक बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा थे, जिसने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य गतिविधियों से संबंधित जानकारी पाकिस्तान को पहुंचाई। इस नेटवर्क में कई अन्य लोग भी शामिल थे, जिन्हें हाल के दिनों में गिरफ्तार किया गया है।
बता दें पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने भारत-पाकिस्तान संबंधों को और बिगाड़ा, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकी शिविरों पर जवाबी कार्रवाई की और सीमा पर तनाव बढ़ गया।
बताते चले कि दानिश के निष्कासन और ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी से पता चलता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच जासूसी गतिविधियां जारी हैं। यह घटना दोनों देशों के बीच सुरक्षा चुनौतियों और खुफिया वार युद्ध को रेखांकित करती है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां ऐसे नेटवर्क का पर्दाफाश करने और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे से बचाने के लिए लगातार काम कर रही हैं।