सूरत: गुजरात के सूरत शहर के सचिन इलाके में मंगलवार को दिनदहाड़े हुई सनसनीखेज बैंक डकैती का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। गुजरात ग्रामीण बैंक की शाखा से 4 लाख रुपये से अधिक की नकदी लूटने वाले आरोपी को सूरत क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान नाजेश उर्फ बबलू मोहम्मद सनाउल्लाह शेख के रूप में हुई है, जिसने इस लूट को अमेजन प्राइम की पार्सल डिलीवरी फ्रेंचाइजी लेने के लिए अंजाम दिया था।
पुलिस के अनुसार, यह घटना 20 मई 2025 को दोपहर में हुई, जब आरोपी ने गुजरात ग्रामीण बैंक की सचिन शाखा में बंदूक की नोक पर दो महिला कर्मचारियों को धमकाकर ₹3.76 लाख की नकदी लूट ली। उसने दोनों कर्मचारियों और एक ग्राहक को स्ट्रांग रूम में बंद कर दिया और फरार हो गया। पूरी घटना बैंक के सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई, जिसमें आरोपी सफेद टोपी पहने हुए दिखाई दिया।
सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि लुटेरा कैश काउंटर पर पहुंचा और बंदूक दिखाकर नकदी लूटने के बाद भाग गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए सूरत पुलिस तुरंत हरकत में आई और अलग-अलग टीमों का गठन कर जांच शुरू की।
सूरत क्राइम ब्रांच के डीसीपी भावेश रोजिया ने बताया कि टेक्निकल सर्विलांस और मुखबिरों की सूचना के आधार पर आरोपी को पकड़ा गया। पूछताछ में नाजेश ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसके पास से लूटे गए ₹3.33 लाख, एक पिस्टल, सात राउंड कारतूस और महिला कर्मचारी का बैग बरामद किया गया है।
जांच में सामने आया कि नाजेश ने यह लूट अमेजन प्राइम की पार्सल डिलीवरी फ्रेंचाइजी लेने के लिए की थी, जिसके लिए उसे 10 से 12 लाख रुपये की जरूरत थी। इसके लिए उसने एक महीने पहले बिहार के चंपारण से पिस्टल और कारतूस खरीदे थे। उसने दो दिन पहले बैंक की रेकी की और यह जान लिया कि वहां सिर्फ महिला कर्मचारी ही मौजूद रहती हैं, जिसके चलते उसने इस शाखा को निशाना बनाया।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में आर्थिक तंगी और त्वरित संपत्ति अर्जन की लालसा के चलते बैंक डकैती जैसे अपराधों में 2020 से 2024 के बीच 12% की वृद्धि हुई है। यह घटना भी इसी तरह की प्रवृत्ति को दर्शाती है, जहां फ्रेंचाइजी जैसे निवेश के लालच में लोग अपराध की राह चुन रहे हैं।
सूरत पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि देखने पर तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें। साथ ही, बैंकों को सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने और सिक्योरिटी गार्ड की नियुक्ति पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।