अबू धाबी : भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने आज संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजधानी अबू धाबी में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें सीमा पार आतंकवाद और पाकिस्तान की राज्य प्रायोजित आतंकवाद नीतियों को उजागर करने पर जोर दिया गया। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व डॉ. श्रीकांत शिंदे ने किया, जिन्होंने भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई और हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुए ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की।
डॉ. श्रीकांत शिंदे ने UAE सरकार की ओर से गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया। इस बैठक में UAE की ओर से फेडरल नेशनल काउंसिल के सदस्य अहमद मीर खूरी और भारत के राजदूत संजय सुधीर ने हिस्सा लिया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने बैठक के दौरान ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर प्रकाश डाला, जिसमें 7 मई 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के 9 ठिकानों को नष्ट किया गया था। इस ऑपरेशन को 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया गया था, जिसमें 26 नागरिकों की जान चली गई थी।
प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाली आतंकवादी गतिविधियों को एक गंभीर खतरा बताते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मुद्दे पर एकजुट होने की अपील की। बैठक में भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति में आए बदलाव और गहरी सैन्य कार्रवाइयों के जरिए आतंकवाद से निपटने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया। इस दौरान UAE ने भी क्षेत्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ सहयोग की बात दोहराई, जो उनकी 2024 में जेनेवा में आयोजित IPU असेंबली में शांति और सुरक्षा पर दिए गए जोर से भी मेल खाती है।
यह बैठक भारत सरकार की उस पहल का हिस्सा है, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर के बाद 32 देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे जा रहे हैं, ताकि भारत की आतंकवाद विरोधी प्रतिबद्धता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया जा सके। इस कदम को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से व्यापक समर्थन मिला है, जो भारत की रक्षात्मक रणनीति को मजबूत करता है।