बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज (24 मई) से दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं, इसके लिए उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा 23 मई को ही दिल्ली पहुंचे चुके हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी शनिवार को दिल्ली जाएंगे। सीएम नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी 2 बजे पटना से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
नीतीश कुमार का यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि 25 मई को दिल्ली में एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक अहम बैठक आयोजित की गई है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में केंद्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा और मुख्यमंत्रियों से राज्यों में उनके क्रियान्वयन पर राय ली जाएगी।
बिहार की योजनाओं पर केंद्र से सीधी बात
बैठक में नीतीश कुमार को यह अवसर मिलेगा कि वे बिहार में चल रही केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की स्थिति को सामने रखें। माना जा रहा है कि वे राज्य के विकास कार्यों, केंद्र से अपेक्षित मदद और आगामी चुनावी रणनीति पर भी परोक्ष रूप से चर्चा कर सकते हैं। नीतीश कुमार पिछली बार फरवरी 2025 में दिल्ली गए थे, जब पीएम मोदी से संभावित मुलाकात की चर्चाएं थीं, लेकिन वह बैठक नहीं हो सकी थी। अब उनके इस नए दौरे ने बिहार की राजनीति में फिर से हलचल पैदा कर दी है, विशेषकर तब जब चुनाव सिर पर हैं।
‘बिहार में अपराधियों और चूहों का बोलबाला है.. नीतीश कुमार अचेत अवस्था में’
राजनीतिक संकेतों की तलाश में विपक्ष
इस दौरे को लेकर विपक्षी दलों की नजर भी बनी हुई है। चर्चा है कि क्या यह दौरा केवल सरकारी बैठक तक सीमित रहेगा, या इसके पीछे कोई बड़ा राजनीतिक संकेत छिपा है। बीजेपी और जेडीयू के संबंध, सीट बंटवारा और रणनीति को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं, जिनके जवाब इस बैठक के बाद स्पष्ट हो सकते हैं।