पटना, बिहार: बिहार की सांस्कृतिक मिट्टी से निकले अभिनेता पंकज केसरी ने भोजपुरी से लेकर टॉलीवुड और अब हिंदी सिनेमा व डिजिटल मंच तक अपनी सशक्त मौजूदगी दर्ज कराते हुए भारतीय सिनेमा में एक नई पहचान बनाई है। रंगमंच से शुरू हुआ उनका यह सफर आज लाखों युवा कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुका है।
पंकज केसरी ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत पटना के नाट्य मंच से की, जहाँ उन्होंने अभिनय की बारीकियों को सीखा और आत्मसात किया। इसके बाद उन्होंने मुंबई का रुख किया, जहाँ थिएटर और टेलीविजन एंकरिंग के जरिए अपनी प्रतिभा को निखारा। दो वर्षों तक एक प्रमुख म्यूजिक चैनल पर एंकरिंग कर उन्होंने अपने संवाद कौशल और स्क्रीन प्रजेंस को भी नयी ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
अब तक पंकज केसरी 45 से अधिक भोजपुरी फिल्मों में लीड भूमिका निभा चुके हैं। उनकी चर्चित फिल्मों में बकलोल दुल्हा, परिवार, विधाता, प्रतिज्ञा, रंग दे बसंती चोला, खून भरी मांग, मोरा बलमा छैल छबीला, वह खिलाड़ी वह, और तेज़ाब शामिल हैं। हर फिल्म में उनके दमदार अभिनय और संवाद अदायगी ने दर्शकों का दिल जीता है।
केसरी ने दक्षिण भारतीय सिनेमा में भी अपना लोहा मनवाया है। अब तक उनकी 19 तेलुगु और तमिल फिल्में रिलीज हो चुकी हैं, जबकि 5 और फिल्मों पर काम चल रहा है। इनमें उस्ताद भगत सिंह खास चर्चा में है, जिसमें वे साउथ सुपरस्टार पवन कल्याण के साथ नजर आएंगे। उनकी अन्य चर्चित फिल्मों में कालीचरण, बम भोलेनाथ, मोस गडली की मोसगाऱू, व्हेयर इज़ वेंकट लक्ष्मी, राना रंगम, गडला गोंडा गणेश, और मि. बच्चन (रवि तेजा के साथ) शामिल हैं।
बता दें, पंकज केसरी अब हिंदी फिल्म और वेब सीरीज की दुनिया में भी कदम रख चुके हैं। उनकी एक हिंदी फीचर फिल्म और एक वेब सीरीज निर्माणाधीन हैं, जो उनके बहुआयामी अभिनय के नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है।
सीमित संसाधनों और क्षेत्रीय दायरों के बावजूद पंकज केसरी ने यह साबित किया है कि मेहनत, समर्पण और दृढ़ इच्छाशक्ति से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। वे न सिर्फ एक अभिनेता हैं, बल्कि उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं, जो छोटे शहरों से निकलकर बड़े सपनों को साकार करने का हौसला रखते हैं।