नांदेड़, महाराष्ट्र: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज नांदेड़ में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर नीति पर जोर दिया। शाह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया को संदेश भेजा है कि भारत की सेना, भारत की जनता और भारत की सीमा के साथ छेड़छाड़ नहीं करते हैं, वरना नतीजे भुगतने पड़ते हैं।”
शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति का हवाला देते हुए स्पष्ट किया कि अगर निर्दोष नागरिकों पर कोई हमला करता है, तो “गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा।” उनका बयान हालिया आतंकवादी घटनाओं और भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के संदर्भ में आया है।
ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान को संदेश शाह के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर आतंकवादी शिविरों पर सटीक हवाई हमले थे, जो भारत की मजबूत प्रतिक्रिया और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इन हवाई हमलों के बारे में बाद में सूचित किया गया था, और ऑपरेशन को बंद करना द्विपक्षीय निर्णय था, जिसमें किसी तीसरे पक्ष, जैसे अमेरिका, की मध्यस्थता नहीं थी।
जयशंकर का बयान और रणनीति विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में एक संसदीय पैनल को बताया कि पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बाद में सूचित किया गया था, और इसका समापन पाकिस्तान की ही अपील पर हुआ था। जयशंकर का यह बयान भारत की स्वतंत्र रणनीति और निर्णय लेने की क्षमता को रेखांकित करता है।
प्रधानमंत्री मोदी की नीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल ही में आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता दोहराई है, जिसमें उन्होंने कहा कि हर आतंकवादी और उनके समर्थकों को पहचाना, ट्रेस किया और सजा दी जाएगी। मोदी की यह नीति भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव और कश्मीर में हालिया आतंकवादी हमलों के मद्देनजर और प्रासंगिक हो जाती है।
राजनीतिक और कूटनीतिक संदर्भ शाह का बयान न केवल सैन्य कार्रवाई का संदेश देता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को लेकर दृढ़ है। यह बयान महाराष्ट्र में आगामी राजनीतिक घटनाक्रमों और राज्य में सुरक्षा मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करता है, जहां आतंकवाद और सीमा पार गतिविधियां हमेशा से एक प्रमुख चिंता रही हैं।
इसलिए, अमित शाह का नांदेड़ में दिया गया बयान भारत की आतंकवाद के खिलाफ मजबूत स्टैंड को फिर से पुष्ट करता है और यह स्पष्ट करता है कि कोई भी चुनौती, चाहे वह सैन्य हो या कूटनीतिक, भारत के लिए एक निर्णायक प्रतिक्रिया लाएगी।