बिहार में व्यवस्था परिवर्तन और संपूर्ण क्रांति की दिशा में निकाली जा रही ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के तहत जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर आज पूर्वी चंपारण के दौरे पर पहुंचे। हरसिद्धि और पताही प्रखंडों में आयोजित ‘बिहार बदलाव सभा’ को संबोधित करते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और शिक्षा व्यवस्था पर खुलकर अपनी बात रखी और सत्ता में बैठे नेताओं पर तीखे हमले किए। पूर्वी चंपारण आगमन पर प्रशांत किशोर का जोरदार स्वागत हुआ। समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों, फूल-मालाओं और स्थानीय प्रसिद्ध लीची से उनका अभिनंदन किया। उनके पीछे समर्थकों और वाहनों का लंबा काफिला भी देखा गया।

जनसभा में बोलते हुए प्रशांत किशोर ने राज्य में फैले भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “बिहार में अधिकारी और नेता राशन कार्ड बनवाने से लेकर जमीन की रसीद कटवाने तक के लिए रिश्वत लेते हैं। जनता का शोषण अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”उन्होंने लोगों से भावनात्मक अपील करते हुए कहा, “अगली बार वोट किसी नेता का चेहरा देखकर नहीं, अपने बच्चों के भविष्य को देखकर दीजिए। जो लोग आपके बच्चों को रोजगार और शिक्षा नहीं दे पा रहे, उन्हें सत्ता में वापस मत लाइए।”

प्रशांत किशोर ने लालू प्रसाद यादव का उदाहरण देते हुए बिहार के माता-पिता को बच्चों की चिंता करने की सीख दी। उन्होंने कहा, “लालू जी अपने 9वीं फेल बेटे को राजा बनाना चाहते हैं, लेकिन जिनके बच्चे डिग्रीधारी हैं, वे नौकरी के लिए भटक रहे हैं। ये स्थिति बदलनी चाहिए।”
मोदी और नीतीश पर हमला
प्रेस वार्ता में किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार अब मानसिक और शारीरिक रूप से सरकार चलाने के लायक नहीं हैं, फिर भी भाजपा उन्हें बिहार की जनता पर थोप रही है। भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या नीतीश ही NDA के सीएम चेहरा होंगे?”
सवर्ण और SC के बाद बिहार सरकार ने अब मछुआरों को किया खुश.. आयोग का किया गठन
कई लोकलुभावन घोषणाएं भी कीं
दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के सभी पुरुष और महिलाओं को ₹2000 मासिक पेंशन।
छठ 2025 के बाद बिहार के युवाओं को रोजगार के लिए पलायन नहीं करना पड़ेगा।
जब तक सरकारी स्कूलों की स्थिति नहीं सुधरती, तब तक 15 साल से कम उम्र के बच्चों की निजी स्कूल की फीस सरकार देगी, ताकि गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ सके।