नई दिल्ली : गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम वार्ता एक बार फिर से रुक गई है, क्योंकि हमास ने सीजफायर के लिए नई मांगें रख दी हैं। बताया गया है कि इन मांगों ने शांति प्रक्रिया को जटिल बना दिया है।
हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर युद्ध को लंबा खींचने का आरोप लग रहा है, शायद राजनीतिक जीवित रहने के लिए। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय और घरेलू स्तर पर भी प्रदर्शनकारी युद्ध के समाधान की मांग कर रहे हैं।
हमास ने एक ऐसे सीजफायर डील को स्वीकार कर लिया है, जिसे इजरायल पर्याप्त नहीं मानता। इसके परिणामस्वरूप, सैन्य कार्रवाइयां जारी हैं और गाजा में मानवीय संकट गहरा रहा है। इस स्थिति ने क्षेत्रीय स्थिरता और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर गंभीर प्रभाव डाला है, जिसे विभिन्न वैश्विक समाचार स्रोतों और राजनयिक प्रयासों द्वारा दस्तावेजित किया गया है।
गाजा में जारी हिंसा और मानवीय संकट के बीच, दुनिया भर से इजरायल की आलोचना हो रही है, जबकि हमास की नई मांगें वार्ता को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना रही हैं। इस बीच, नेतन्याहू की सरकार पर दबाव बढ़ रहा है, क्योंकि उन्हें युद्ध को तुरंत समाप्त करने और शांति स्थापित करने के लिए बाध्य किया जा रहा है।