राजद मजदूर प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अर्जुन यादव हत्याकांड का बक्सर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने रविवार को प्रेस वार्ता में बताया कि इस हत्या के लिए तीन लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। हत्या के बाद शूटरों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए मौके से भागने की कोशिश की। पुलिस ने इस मामले में तूफानी गुप्ता को गिरफ्तार किया है, जबकि एक विधि विरुद्ध बालक को निरुद्ध किया गया है। इनके पास से हत्या में प्रयुक्त देशी कट्टा, खून लगे कपड़े, जूते और दो मोबाइल बरामद किए गए हैं।
घटना 26 मई की सुबह करीब 11 बजे की है। मुफस्सिल थाना क्षेत्र में पावर प्लांट गेट के पास अर्जुन यादव को अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी थी। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई के बयान पर आठ नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई थी।
एसपी शुभम आर्य के अनुसार, तूफानी गुप्ता और मनीष गुप्ता की जान-पहचान इंस्टाग्राम से हुई थी। दोस्ती के बाद मनीष ने ठेकेदारी में वर्चस्व के लिए अर्जुन यादव की हत्या की साजिश रची और सुपारी दी। तकनीकी जांच, CCTV फुटेज और गुप्त सूचना के आधार पर SIT टीम ने कार्रवाई की।
एसपी ने बताया कि अन्य नामजद अभियुक्तों की भूमिका अभी स्पष्ट नहीं है। जांच जारी है और सभी पहलुओं को गहनता से खंगाला जा रहा है। हत्याकांड के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन अब हालात सामान्य हैं। गिरफ्तार अभियुक्त तूफानी गुप्ता, पिता छोटेलाल गुप्ता, निवासी जयपुर (थाना इटाढ़ी) है। एक अन्य नाबालिग की संलिप्तता भी सामने आई है, जिसे विधि अनुसार निरुद्ध किया गया है।