मॉनरोविया, लाइबेरिया : भारत के राजदूत सुजान चिनॉय ने आज लाइबेरिया में एक बयान में कहा कि 2025 के पहलगाम हमले के बाद भारत पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ एकजुट खड़ा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस मुद्दे पर किसी भी तरह का विभाजन या विरोध का सवाल ही नहीं उठता, और यह प्रतिनिधिमंडल भी इस एकजुटता का प्रतीक है।
पहलगाम हमला, जो 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में हुआ, में 26 निर्दोष नागरिकों, मुख्य रूप से हिंदू पर्यटकों, की मौत हो गई थी। इस हमले को 2008 के मुंबई हमलों के बाद का सबसे घातक माना जाता है। राजदूत चिनॉय ने इस घटना को राष्ट्रीय त्रासदी करार दिया और आतंकवादियों द्वारा मारे गए निर्दोष नागरिकों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भी उल्लेख किया, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया और बड़ी संख्या में पाकिस्तानी आतंकवादियों को खत्म किया। राजदूत ने कहा कि यह ऑपरेशन एक बड़ी सफलता थी, और जब पाकिस्तान ने स्थिति को और बढ़ा दिया, तो भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी सेना को माकूल जवाब दिया, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान को युद्धविराम की मांग करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
राजदूत चिनॉय ने जोर देकर कहा कि भारत की विभिन्न देशों की यात्रा पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ एक स्वर में बोलने और राष्ट्रीय एकजुटता का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “यह यात्रा भारत की शांति और आतंकवाद-विरोधी के वैश्विक अधिवक्ता के रूप में भूमिका को रेखांकित करती है।”
इस बयान से भारत की आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ नीति और क्षेत्रीय शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता एक बार फिर सामने आई है।