रांची : पटना से रांची जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट को सोमवार को इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। विमान में 175 यात्री सवार थे, और यह हादसा तब हुआ जब 4,000 फीट की ऊंचाई पर एक गिद्ध विमान से टकरा गया। टक्कर के कारण विमान को नुकसान पहुंचा, लेकिन पायलट की सूझबूझ और त्वरित निर्णय के चलते सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया।
जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब फ्लाइट रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे के पास पहुंची थी। पक्षी से टक्कर के बाद विमान में एक बड़ा डेंट आ गया। इसके बाद पायलट ने करीब 40 मिनट तक रांची के ऊपर चक्कर लगाए और फिर सावधानीपूर्वक विमान को उतारा। बिरसा मुंडा हवाई अड्डे के निदेशक आर.आर. मौर्या ने बताया कि विमान को गिद्ध से टकराने के कारण नुकसान हुआ है, और इंजीनियर इसकी जांच कर रहे हैं।
हादसे के बाद हवाई अड्डे पर आपातकालीन सेवाएं तुरंत सक्रिय कर दी गईं। सभी 175 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया, और किसी को कोई चोट नहीं आई। इस घटना ने एक बार फिर पक्षी टक्कर (बर्ड स्ट्राइक) से होने वाले खतरों को उजागर किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि पक्षी टक्कर की घटनाएं विमानन उद्योग के लिए एक गंभीर चुनौती हैं।
फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के आंकड़ों के अनुसार, पक्षी टक्कर की घटनाएं हर साल अमेरिकी विमानन उद्योग को 400 मिलियन डॉलर का नुकसान पहुंचाती हैं। भारत में भी ऐसी घटनाएं समय-समय पर सामने आती रहती हैं। रॉयल नीदरलैंड्स वायु सेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले ROBIN सिस्टम जैसे उपायों ने पक्षी टक्कर की घटनाओं को 50% से अधिक कम करने में मदद की है, लेकिन भारत में अभी ऐसे उपायों को व्यापक स्तर पर लागू करना बाकी है।
इस घटना के बाद इंडिगो और हवाई अड्डा प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यात्रियों ने पायलट की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ा हादसा होने से बचा लिया।