मुजफ्फरपुर में नाबालिग दलित लड़की से बलात्कार और फिर इलाज के दौरान पटना में हुई उसकी मौत के मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। इस मुद्दे को कांग्रेस और राजद मुखरता से उठा रहा है तो अब सत्ता पक्ष में शामिल लोजपा (आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी मोर्चा खोल दिया है। चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने मुजफ्फरपुर की दलित बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म हत्या एवं पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की घोर लापरवाही पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।


घटना के बाद जांच के लिए बनाई गई है टीम
बता दें कि घटना के बाद बच्ची का पहले मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में इलाज हुआ था। इसके बाद उसे पीएमसीएच (पटना) लाया गया था। दोनों जगह इलाज में लापरवाही के आरोप लगे हैं। इस पूरे मामले में जब विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू किया तो मंत्री मंगल पांडेय ने जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के तीन डायरेक्टर इन चीफ के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन किया है।
दूसरी ओर सरकार ने एक्शन लेते हुए पीएमसीएच के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत को पद से हटा दिया है। मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच की डॉ. कुमारी विभा को भी सस्पेंड किया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। 15 दिनों के भीतर स्पीडी ट्रायल चलाकर कठोर कार्रवाई की बात सरकार की ओर से कही गई है। इसी बीच अब यह मुद्दा राजभवन तक पहुंच गया है।