इम्फाल : मणिपुर की राजधानी इम्फाल में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। साइक्लोन रेमल के remnants के कारण हुई भारी बारिश ने नंबुल नदी के किनारों को तोड़ दिया, जिससे व्यापक बाढ़ आ गई। ड्रोन वीडियो से पता चलता है कि हेइक्रमाखोंग क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गया है, जहां सड़कें, घर और अन्य इमारतें पानी में डूब गई हैं।
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने बताया कि बाढ़ से आठ जिलों में लगभग दो लाख लोग प्रभावित हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति की समीक्षा की और राहत कार्यों को गति देने के निर्देश दिए। भारतीय सेना, असम राइफल्स और मणिपुर फायर सर्विस ने अब तक 1,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
केंद्रीय जल आयोग (CWC) के अनुसार, मणिपुर में छह नदियां, जिसमें ब्रह्मपुत्र और बराक भी शामिल हैं, बाढ़ के स्तर से ऊपर बह रही हैं, जिससे कई जिलों में जोखिम बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
इस प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर क्षेत्र की जलवायु संबंधी संवेदनशीलता को उजागर किया है, जहां बारिश और बाढ़ नियमित रूप से जीवन को अस्त-व्यस्त कर देती हैं। राहत शिविरों में हजारों लोग शरण लिए हुए हैं, और प्रशासन आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रयासरत है।