राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से 6 साल के लिए निष्कासित हो चुके तेज प्रताप यादव ने शनिवार को एक भावनात्मक और प्रतीकात्मक सोशल मीडिया पोस्ट साझा किया, जिसने बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मचा दी है। पोस्ट में उन्होंने “सत्य के मार्ग पर ही विजय होती है” कहकर न सिर्फ अपनी व्यक्तिगत स्थिति का संदेश दिया, बल्कि सीधे-सीधे यह इशारा भी किया कि वे झुकने के मूड में नहीं हैं।
तेज प्रताप का संदेश: हरिशचंद्र से लेकर पांडवों तक सत्य की मिसाल
तेज प्रताप यादव ने शनिवार सुबह अपने समर्थकों के साथ बातचीत की एक तस्वीर साझा की। कैप्शन में उन्होंने लिखा –
“हमें सदैव सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। सत्य कठिन हो सकता है, लेकिन विजय उसी की होती है जो उस मार्ग पर चलता है।”
इसके साथ ही उन्होंने राजा हरिशचंद्र और पांडवों का उदाहरण देकर खुद को सच्चाई की राह पर बताया। यह पोस्ट, लालू यादव द्वारा पार्टी और परिवार से बाहर किए जाने के बाद आया है, जिसे “राजनीतिक जवाब” माना जा रहा है।
गौरतलब है कि तेज प्रताप ने हाल ही में एक पोस्ट में अनुष्का यादव के साथ 12 साल पुराने संबंध की बात कही थी, जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया। उस घटना के बाद लालू यादव ने उन्हें पार्टी और परिवार से बाहर कर दिया था। तेज प्रताप ने इसके बाद से कई पोस्टों में “जयचंदों” और “साजिश करने वालों” का जिक्र करते हुए इशारों में निशाना साधा।