गुवाहाटी: असम के गुवाहाटी के रूपनगर इलाके में आज सुबह भूस्खलन की घटना के बाद बचाव अभियान जारी है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने और फंसे व्यक्ति को सुरक्षित निकालने के प्रयास में जुटी हुई है।
एनडीआरएफ अधिकारी पंकज कुमार ने बताया, “हमारी टीम बचाव अभियान में लगी हुई है। ऊपर का मलबा और बड़े पत्थर हटा लिए जाएं तो अंदर फंसे व्यक्ति को हम बाहर निकाल पाएंगे। हमारा प्रयास है कि अगले 1.5-2 घंटों में फंसे व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाए।”
भारी बारिश के कारण गुवाहाटी में लगातार भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रहने की चेतावनी दी है, जो स्थिति को और गंभीर बना सकती है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने पहले ही भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित होने की सलाह दी थी। गुवाहाटी में 366 आधिकारिक रूप से भूस्खलन-प्रवण स्थान चिह्नित किए गए हैं, जो इस समस्या की गंभीरता को दर्शाते हैं।
स्थानीय निवासियों और प्रशासन के अनुसार, अत्यधिक शहरीकरण और पहाड़ी पारिस्थितिक तंत्र में अवैध निर्माण ने इस समस्या को और बढ़ा दिया है। एनडीआरएफ की 38 बाढ़ बचाव टीमें देशभर में आपात स्थितियों के लिए पहले से ही तैनात हैं, जो ऐसी घटनाओं से निपटने में मदद कर रही हैं।
इस घटना से एक बार फिर यह स्पष्ट हो गया है कि गुवाहाटी में बेहतर शहरी योजना और आपदा तैयारियों की urgent आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार को दीर्घकालिक समाधान खोजने और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।