नई दिल्ली : जर्मनी में हाल ही में संपन्न एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक दौरे के दौरान भारत और जर्मनी ने आतंकवाद के खिलाफ साझा संघर्ष को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। इस अवसर पर शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रतिनिधिमंडल की भागीदारी और जर्मन नेतृत्व से मिले समर्थन की सराहना की।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने किया, जिसमें प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई प्रमुख नेता शामिल थे। यह दौरा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में हुआ और भारत की आतंकवाद के प्रति “शून्य सहिष्णुता” नीति को उजागर करता है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “हमारी जर्मन विदेश मंत्री, संसद के उपाध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सकारात्मक और रचनात्मक चर्चा हुई। यह साफ है कि वैश्विक समुदाय आतंकवाद के खतरे को गंभीरता से ले रहा है और उसके खिलाफ एकजुट होना समय की मांग है।”
जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वाडेफुल ने आतंकवाद से लड़ाई में भारत को पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया। दोनों देशों ने लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करते हुए आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा की और इसके विरुद्ध वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
इस यात्रा के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने जर्मनी के प्रमुख थिंक टैंक्स और विशेषज्ञों से भी मुलाकात की, जहां भारत की आतंकवाद विरोधी नीति पर विस्तृत चर्चा हुई। साथ ही, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर भी चिंता व्यक्त की गई और वैश्विक स्तर पर सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता को रेखांकित किया गया।
यह कूटनीतिक पहल भारत और जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।