नई दिल्ली : विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आज यूरोपीय संघ की उच्च प्रतिनिधि काजा कालस के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक महत्वाकांक्षी और संतुलित भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को वर्ष 2025 के अंत तक पूरा करने के लक्ष्य का समर्थन जताया। उन्होंने कहा, “हम वर्ष के अंत तक एक महत्वाकांक्षी और संतुलित भारत-यूरोपीय संघ FTA को पूरा करने के लक्ष्य का समर्थन करते हैं।”
जयशंकर ने आगे कहा कि व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद (TTC) की जल्दी बैठक आयोजित करने में भी बड़ा लाभ देखा जाता है, जो दोनों पक्षों के बीच व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करेगा।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और यूरोपीय संघ के बीच आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को गहरा करने के प्रयास जारी हैं।यूरोपीय संघ भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, और 2023 में माल व्यापार €124 बिलियन तक पहुंच गया, जो कुल भारतीय व्यापार का 12.2% है। जून 2022 में मुक्त व्यापार समझौते की वार्ता को फिर से शुरू किया गया था, जो दशक भर के अंतराल के बाद एक महत्वपूर्ण कदम था।
इस समझौते से दोनों पक्षों को आर्थिक अनिश्चितताओं के खिलाफ बचाव और एक-दूसरे के साथ व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी, खासकर जब वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में बदलाव और विविधीकरण के प्रयास जारी हैं। जयशंकर ने जोर देकर कहा, “आज भारत और यूरोपीय संघ के बीच का संबंध न केवल हमारे लिए बल्कि दुनिया के लिए भी परिणामकारी है।”यह विकास भारत और यूरोपीय संघ के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो वैश्विक अस्थिरता और अनिश्चितता के समय में एक स्थिर कारक के रूप में कार्य करेगा।