अहमदाबाद : गुजरात एटीएस (एंटी-टेररिज्म स्क्वाड) ने आज एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) बरामद किया है, जो कल अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस भीषण हवाई दुर्घटना में 242 में से 241 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और यह देश की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है।
एयर इंडिया की बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर फ्लाइट AI171 ने कल अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी, लेकिन कुछ ही मिनटों में मेगनानी क्षेत्र के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि विमान की गति कम होने के कारण स्टाल की स्थिति उत्पन्न हुई, जो दुर्लभ लेकिन गंभीर घटना है। 2019 में नासा द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, आधुनिक विमानों में स्टाल की 15% घटनाएं पायलट त्रुटि या तकनीकी खराबी के कारण होती हैं, खासकर टेकऑफ के दौरान।
बरामद डीवीआर को ब्लैक बॉक्स डेटा को डिकोड करने में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जो दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में मदद कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी दूरी की उड़ानों के लिए भारी ईंधन लोड के कारण आग लगने से मलबे में कुछ सबूत नष्ट हो सकते हैं, जैसा कि 2021 में FAA की एक रिपोर्ट में पोस्ट-क्रैश आग गतिशीलता पर उल्लेख किया गया है।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह दुर्घटना स्थल का दौरा किया और एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति से मुलाकात की। साथ ही, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु भी मौके पर मौजूद थे। डीएनए सैंपलिंग के जरिए मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है, जबकि जांच में तेजी लाने के लिए फोरेंसिक टीम को डीवीआर की जांच सौंपी गई है।
यह घटना हवाई सुरक्षा और तकनीकी मानकों पर फिर से विचार करने की मांग को तेज कर सकती है। आगे की जानकारी के लिए जांच एजेंसियों के अपडेट्स का इंतजार है।