पार्टी से निष्कासित होने के बाद पहली बार तेज प्रताप यादव एक आध्यात्मिक यात्रा पर निकले हैं। राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप, जो हाल ही में परिवार और पार्टी से 6 वर्षों के लिए बाहर कर दिए गए थे, अब बाबा भोलेनाथ के दरबार में पहुंचे हैं। उन्होंने बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए और सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो साझा कर अपने इरादों का इशारा भी दे दिया।
तेज प्रताप का आध्यात्मिक रुख या राजनीतिक रणनीति?
तेज प्रताप ने शुक्रवार सुबह एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह काशी विश्वनाथ मंदिर में दिख रहे हैं। वीडियो में वे बाबा भोलेनाथ से आशीर्वाद ले रहे हैं और साथ ही गंगा घाट की भव्यता को निहारते नजर आ रहे हैं। साथ ही उन्होंने लिखा है कि बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद हो, माँ गंगा का निर्मल पवित्र घाट हो, पूरी दुनिया को मैं भूल जाऊं और बनारस में मेरा भोला मुझे याद हो — हर हर महादेव बोलना ही होगा।
कुछ ही दिनों पहले तेज प्रताप यादव को आरजेडी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया था। यह निर्णय उस समय आया जब सोशल मीडिया पर उनकी अनुष्का यादव के साथ कुछ तस्वीरें वायरल हुईं। पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता माना और तेजप्रताप को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
हालांकि तेज प्रताप ने सफाई देते हुए कहा कि उनका अकाउंट हैक हुआ था। फिर भी तस्वीरें डिलीट होने के बाद भी अन्य वीडियो और पोस्ट सामने आने लगे, जिससे विवाद और गहरा गया।
तेज प्रताप ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि “हद हो गई अब तो… इस जयचंद ने कुछ गोदी मीडिया वालों के साथ मिलकर अफवाह उड़ा दी है कि मैं नई पार्टी बना रहा हूँ। बिहार की जनता से अपील है कि ऐसी किसी भी भ्रामक खबर पर विश्वास न करें।”