म्यूनिख : भारत की उभरती हुई निशानेबाज सुरुचि सिंह ने शुक्रवार को आईएसएसएफ विश्व कप 2025 में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। महज 19 साल की इस हरियाणा की खिलाड़ी ने म्यूनिख में हुए फाइनल में 241.9 अंक हासिल कर लगातार तीसरा व्यक्तिगत विश्व कप स्वर्ण जीतने का कीर्तिमान स्थापित किया। यह इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत की पहली स्वर्णिम जीत है।
फाइनल में फ्रांस की कैमिली जेड्रेजेवस्की (241.7 अंक) ने रजत और चीन की कियानक्सुन याओ (221.7 अंक) ने कांस्य पदक हासिल किया। मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जहां सुरुचि ने 12वें शॉट में 10.8 का शानदार स्कोर कर बढ़त बनाई और अंतिम दो शॉट्स में 0.5 अंक की बढ़त बरकरार रखते हुए जीत हासिल की।
इस जीत के बाद सुरुचि ने कहा, “यह मेरे करियर का सबसे करीबी फाइनल था, और मुझे लगता है कि मैं थोड़ी भाग्यशाली भी रही।”सुरुचि ने क्वालिफिकेशन राउंड में 588 अंक हासिल कर ओलंपियन मनु भाकर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की थी, हालांकि भाकर 574 अंक के साथ 21वें स्थान पर रहीं। यह उनकी अप्रैल 2025 में ब्यूनस आयर्स और लीमा में जीते गए स्वर्ण पदकों के बाद तीसरी लगातार व्यक्तिगत जीत है।
इससे पहले, इस सत्र में भारत ने विश्व कप में आठ पदक (चार स्वर्ण) जीते हैं, जो देश की निशानेबाजी में उभरती प्रतिभा को दर्शाता है।विशेषज्ञों का मानना है कि सुरुचि की इस सफलता में उनके दबाव में हृदय गति को नियंत्रित रखने की क्षमता महत्वपूर्ण रही, जो शीर्ष निशानेबाजों की खासियत होती है।
जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स साइंसेज (2022) के अनुसार, एलीट शूटर दबाव में भी हृदय गति को 100 बीपीएम से नीचे रखते हैं, और सुरुचि ने यह कला बखूबी निभाई।यह जीत भारत के निशानेबाजी कोचिंग और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सफलता को भी रेखांकित करती है। सुरुचि की यह उपलब्धि देश के लिए गर्व का पल है, और भविष्य में ओलंपिक मंच पर उनकी संभावनाओं को और मजबूत करती है।