नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने बढ़ते तनाव के बीच तेहरान में फंसे भारतीय छात्रों को शहर छोड़ने की सलाह दी है। यह कदम इजरायल के ईरान पर हालिया हमलों के बाद उठाया गया है, जिससे क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।मंत्रालय ने ईरान की राजधानी में रह रहे अन्य भारतीय नागरिकों से भी सावधानी बरतने और देश छोड़ने का आग्रह किया है।
कांग्रेस ने 15 जून 2025 को दावा किया कि तेहरान और अन्य शहरों में 1500 से अधिक भारतीय छात्र असुरक्षा और अनिश्चितता की स्थिति में हैं। पार्टी ने मंत्रालय से निष्क्रिय सलाहों से आगे बढ़कर तत्काल एक समन्वित निकासी तंत्र स्थापित करने की मांग की है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में इंटरनेट सेवाओं में बाधा और तेहरान के हवाई क्षेत्र के बंद होने से निकासी में और चुनौतियां बढ़ गई हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस मुद्दे पर बात की है, और छात्रों को क्यूम शहर (148 किमी दूर) तक बसों से स्थानांतरित किया जा रहा है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि ईरान में फंसे छात्रों की मदद के लिए सरकार का जवाब धीमा रहा है, जो पहले सूडान और यूक्रेन जैसे संकटों में भी देखा गया। उन्होंने कहा कि मिसाइल हमलों के बीच सरकार की देरी ने छात्रों को असुरक्षित छोड़ दिया है। इस बीच, भारतीय दूतावास ने एक टेलीग्राम लिंक और आपातकालीन संपर्क नंबर जारी किए हैं ताकि भारतीय नागरिक स्थिति पर अपडेट प्राप्त कर सकें।
भारत-ईरान व्यापार पिछले कुछ वर्षों में काफी कम हो गया है, जो वित्तीय वर्ष 2019 में 17 अरब डॉलर से घटकर वित्तीय वर्ष 2023 में 2.33 अरब डॉलर रह गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान-इजरायल संघर्ष के और बढ़ने से भारत के व्यापारिक हितों पर असर पड़ सकता है, खासकर चाबहार बंदरगाह और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप गलियारा जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर। भारत को अपनी इजरायल और ईरान दोनों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों को संतुलित करने की कठिन चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
बताते चलें कि अब तक, भारतीय एयरलाइंस जैसे एयर इंडिया और इंडिगो को ईरान के हवाई क्षेत्र बंद होने से यूरोप जाने वाली उड़ानों में देरी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, सरकार निकासी के विकल्पों पर विचार कर रही है और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। स्थिति पर नजर रखी जा रही है, और भारतीय दूतावास नागरिकों के साथ समन्वय बनाए हुए है।