थिरुवनंतपुरम : कांग्रेस सांसद और पूर्व विदेश राज्यमंत्री डॉ. शशि थरूर ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असिम मुनीर को व्हाइट हाउस में लंच पर आमंत्रित करने को लेकर तीखी टिप्पणी की है। यह अभूतपूर्व आमंत्रण ऐसे समय में आया है जब ईरान पर संभावित अमेरिकी कार्रवाई और भारत-पाक तनाव को लेकर अंतरराष्ट्रीय रिश्तों में असमंजस बढ़ा है।थरूर ने कटाक्ष करते हुए कहा,
"मुझे बताया गया कि जनरल मुनीर ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने की बात की और बदले में उन्हें लंच पर बुला लिया गया। उम्मीद है खाना अच्छा रहा होगा और साथ ही कुछ समझदारी भी परोसी गई होगी।"
उन्होंने आगे जोड़ा, "मैं आशा करता हूँ कि इस बातचीत में अमेरिका ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया होगा कि आतंकवादियों को पनाह देना, उन्हें प्रशिक्षित, वित्तपोषित व भारत भेजना बंद करे।"
भारत लंबे समय से पाकिस्तान पर राज्य प्रायोजित आतंकवाद का आरोप लगाता रहा है , विशेषकर कश्मीर, 26/11 मुंबई हमले, और अन्य कई घटनाओं का हवाला देते हुए। हाल ही में पाक रक्षा मंत्री द्वारा भी कुछ हद तक इस बात को स्वीकार करने से भारत के दावे को बल मिला है।
ट्रंप का यह कदम एक पाकिस्तानी-अमेरिकी व्यवसायी की पहल पर हुआ बताया जा रहा है। लेकिन इसे लेकर भारत में कूटनीतिक हलकों में चिंता है कि ऐसे उच्च-स्तरीय मेलजोल से पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय वैधता और छवि सुधारने का अवसर मिल सकता है, जबकि उसके आतंकी नेटवर्क अभी भी सक्रिय हैं।
यह घटनाक्रम अंतरराष्ट्रीय राजनीति में अमेरिका की भूमिका, पाकिस्तान के सैन्य कूटनीति, और भारत की सुरक्षा चिंताओं के बीच एक नई बहस को जन्म दे रहा है।