पटना: राज्यसभा सदस्य और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर गंभीर धमकी मिली है। गुरुवार रात 8:52 बजे से 9:20 बजे के बीच दो मोबाइल नंबरों (6305129156 और 9229567466) से सात बार धमकी भरे कॉल आए, जिसमें उनकी जान लेने की चेतावनी दी गई। इसके अलावा, एक अन्य नंबर (7569196793) से MMS/SMS के जरिए एक खास राजनीतिक पार्टी पर बोलने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई।
धमकी देने वालों ने 10 दिन के भीतर कुशवाहा को “खत्म करने” की बात कही है। इस घटना के बाद कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा करते हुए पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, “लोकतांत्रिक व्यवस्था में इस तरह की धमकियां अस्वीकार्य हैं। इस पूरे व्यवधान को तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए।”
बढ़ती गैंगस्टर गतिविधियों का संकेत
लॉरेंस बिश्नोई, जो वर्तमान में जेल में बंद है, पहले भी सलमान खान, शाहरुख खान जैसे हस्तियों को धमकी दे चुका है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, बिश्नोई अपने नेटवर्क को वॉयस ओवर IP (VoIP) कॉल्स के जरिए नियंत्रित करता है, जो इस गैंग की जटिल संचार व्यवस्था को दर्शाता है। हाल ही में, छत्तीसगढ़ में एक वकीर से चोरी हुआ फोन गैंग की गतिविधियों से जोड़ा गया, जिससे संचार सुरक्षा में सेंधमारी की आशंका बढ़ गई है।
बिहार चुनाव से पहले बढ़ा तनाव
यह घटना बिहार विधानसभा चुनावों से ठीक पहले हुई है, जो साल के अंत में होने वाले हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के 2023 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में गैंग से जुड़े अपराध पिछले तीन वर्षों में 15% बढ़े हैं, जो कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती पेश करता है। कुशवाहा की पार्टी, जो पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और महागठबंधन में सक्रिय रही है, इस घटना से राजनीतिक माहौल में और उथल-पुथल मच सकती है।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
कुशवाहा ने पटना SSP से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि जेल में बंद गैंगस्टर के नेटवर्क को तोड़ना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी। इस बीच, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और कॉल्स की ट्रेसिंग शुरू कर दी गई है।
यह घटना भारतीय राजनीति में गैंगस्टर प्रभाव की बढ़ती मौजूदगी को उजागर करती है, जिस पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।