नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता शेहजाद पूनावाला ने कर्नाटक सरकार के विभिन्न आवास योजनाओं के तहत अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण को 10% से बढ़ाकर 15% करने के फैसले पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को मुस्लिम लीग का आधुनिक रूप करार दिया, जो ऐतिहासिक रूप से भारत को धार्मिक आधार पर विभाजित करने की नीति अपनाती थी।
पूनावाला ने कहा, “कांग्रेस पार्टी जिन्ना की तरह व्यवहार करती है, जो भारत को सांप्रदायिक आधार पर बांटना चाहता था… उन्होंने कहा है कि देश के संसाधनों पर मुसलमानों का पहला अधिकार है। उन्होंने एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को हटा कर इसे मुस्लिम समुदाय को धार्मिक आधार पर दे दिया है, जो अंबेडकर और संविधान के खिलाफ है।
उन्होंने सिविल कॉन्ट्रैक्ट्स में भी मुसलमानों को आरक्षण दिया है, जो संवैधानिक भावना के खिलाफ है। अब वे सिर्फ हिंदू समुदाय के घावों पर नमक छिड़कने के लिए ऐसा कर रहे हैं। उनके लिए हिंदू मायने नहीं रखते। वे सिर्फ बांटो और राज करो की नीति अपनाना चाहते हैं, और यह संविधान के खिलाफ है।”
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी बार-बार हिंदुओं को जाति के आधार पर बांटने की कोशिश करती है। उन्होंने एक नकली जाति सर्वेक्षण का जिक्र किया, जिसे उन्हें वापस लेना पड़ा, जहां मुस्लिम आबादी को ज्यादा दिखाया गया, और अब वे सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए धार्मिक आधार पर अतिरिक्त कोटा मुसलमानों को दे रहे हैं।
यह बयान कर्नाटक सरकार के उस फैसले के बाद आया है, जिसमें उन्होंने मुसलमानों, ईसाइयों, बौद्धों, सिखों, जैनों और पारसियों सहित अल्पसंख्यक समुदायों के लिए आवास योजनाओं में आरक्षण बढ़ाने की घोषणा की है। हालांकि, मंत्री हासन मुशर्रफ ने स्पष्ट किया कि इस कोटे के भीतर कोई आंतरिक आरक्षण नहीं होगा।
पूनावाला का बयान भारत में आरक्षण की नीति और इसके धार्मिक आधार पर आवंटन को लेकर जारी राजनीतिक बहस का हिस्सा है, जहां ऐसी नीतियां अक्सर संवैधानिक सिद्धांतों और सामाजिक न्याय के बीच तनाव पैदा करती हैं।