राजद विधायक और विवादों में घिरे नेता रीतलाल यादव के लिए 2025 की गर्मियां बेहद मुश्किलों भरी साबित हो रही हैं। पहले से ही जेल में बंद रीतलाल पर अब एक और संगीन मामला दर्ज हुआ है। इस बार एक ठेकेदार से मारपीट और अवैध तोड़फोड़ के आरोप में पटना पुलिस ने उनके खिलाफ नवीन प्राथमिकी दर्ज की है और गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान शुरू कर दिया गया है।
12 थानों की पुलिस, गांव में छावनी जैसा माहौल
सिटी एसपी भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में कोथवां गांव में करीब 12 थानों की फोर्स ने रातभर छापेमारी की। पूरे गांव में पुलिस की मौजूदगी से तनाव और डर का माहौल बन गया। ग्रामीणों के मुताबिक, इतने बड़े स्तर पर पुलिस कार्रवाई पहले कभी नहीं देखी गई।
FIR का आधार: भवन निर्माण में तोड़फोड़ और दबाव
शिकायतकर्ता के अनुसार, उनके वैध एग्रीमेंट पर बन रहे भवन में जबरन तोड़फोड़ की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब विधायक रीतलाल यादव के कहने पर हुआ। इस मामले में रीतलाल समेत उनके सहयोगियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सिटी एसपी ने मीडिया को बताया कि यदि आरोपी सरेंडर नहीं करते हैं तो न्यायालय से कुर्की जब्ती का आदेश लेकर उनकी संपत्ति ज़ब्त की जाएगी। पुलिस पहले ही कई ठिकानों की तलाशी ले चुकी है। अगली कार्रवाई में मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और आर्थिक संपत्ति की जांच शामिल है।
बता दें कि इससे पहले भी रीतलाल यादव पर एक बिल्डर से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लग चुका है। इस मामले में उनके भाई पिंकू यादव और साले चिक्कू उर्फ शैलेंद्र यादव के साथ वे जेल में हैं। 14 अप्रैल को उन्होंने कोर्ट में सरेंडर किया था और तब से बेल नहीं मिली है।