बिहार के नवादा जिले का प्रसिद्ध ककोलत झरना, जो आमतौर पर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शीतल धारा के लिए जाना जाता है, इन दिनों भयावह रूप में है। झारखंड और आसपास के क्षेत्रों में हो रही लगातार भारी बारिश का प्रभाव अब नवादा के इस पर्यटन स्थल पर साफ देखा जा रहा है।
जहां आम दिनों में ककोलत की ठंडी जलधारा पर्यटकों को शांति का अनुभव कराती है, वहीं अब वही झरना उग्र और प्रलयंकारी प्रवाह के रूप में सामने आया है। जलस्तर के अचानक बढ़ने के कारण प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पर्यटकों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, झरने से गिरने वाली जलधारा की आवाज इतनी तेज हो गई है कि पास के गांवों में भी इसकी गूंज सुनाई दे रही है। झरने की सीढ़ियों की रेलिंग तेज बहाव के कारण टूटकर बह गई है और कुछ हिस्सों में पानी ऊपर की ओर उछल रहा है।
प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। वन विभाग की टीमें लगातार क्षेत्र में गश्त कर रही हैं। बता दें कि झरने का क्षेत्र वन संरक्षित क्षेत्र के अंतर्गत आता है और मानव जीवन की सुरक्षा को देखते हुए यह निर्णय लिया गया।
स्थानीय युवाओं ने झरने की स्थिति को मोबाइल कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर साझा किया है। इन वीडियोज़ में ककोलत झरना अपने चरम पर दिखाई देता है – उफनती धाराएं, बहते मलबे और टूटी संरचनाएं।