नयी दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आज केंद्रीय क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक आयोजित की गई। यह बैठक राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम 1957 के तहत स्थापित एक महत्वपूर्ण मंच है, जो केंद्र-राज्य और राज्यों के बीच के मुद्दों को हल करने के लिए काम करता है। अब तक इस मंच के तहत 106 से अधिक बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं, जो सहकारी शासन को बढ़ावा देती हैं।
बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। 45 वर्ष की आयु में 2021 में उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने धामी और 2017 से उत्तर प्रदेश की बागडोर संभाल रहे आदित्यनाथ ने क्षेत्रीय नेतृत्व के सहयोग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दोनों ही नेता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से हैं और क्षेत्रीय चुनौतियों से निपटने के लिए अपने राजनीतिक प्रभाव का उपयोग कर रहे हैं।
बैठक के दौरान मंच पर मंदिरों की छवियों का प्रदर्शन किया गया, जो बीजेपी की सांस्कृतिक प्राथमिकताओं को दर्शाता है। योगी आदित्यनाथ ने अपने 2014 के लोकसभा भाषण में हिंदू दर्शन के सिद्धांत “लाइव एंड लेट लिव” का उल्लेख किया था, हालांकि इसने समावेशिता पर बहस को जन्म दिया है। कुछ आलोचकों का मानना है कि यह दृष्टिकोण सामुदायिक संतुलन के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
यह बैठक क्षेत्रीय सहयोग और शासन में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, जहां विभिन्न राज्यों के नेता एक साथ आए हैं ताकि सामूहिक समस्याओं के समाधान पर चर्चा की जा सके।