नई दिल्ली : न्यूयॉर्क सिटी की राजनीति में एक नया इतिहास रचने की ओर बढ़ते हुए, 33 वर्षीय भारतवंशी जोहरान ममदानी ने डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। मंगलवार रात को घोषित अनौपचारिक नतीजों के अनुसार, ममदानी ने अपने प्रतिद्वंद्वी एंड्रयू क्युमो को हराकर मेयर पद के लिए पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार बनने की दहलीज पार कर ली है। यदि वे सामान्य चुनाव में सफल रहते हैं, तो वे न्यूयॉर्क सिटी के पहले मुस्लिम और भारतीय-अमेरिकी मेयर बन जाएंगे।
रैंक्ड च्वॉइस वोटिंग से मिली जीत
इस चुनाव में ‘रैंक्ड च्वॉइस वोटिंग’ (आरसीवी) प्रणाली का उपयोग किया गया, जिसमें मतदाताओं ने अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर उम्मीदवारों को रैंक किया। ममदानी ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, “आज की रात हमने इतिहास रच दिया। मैं न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद के लिए आपका डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रत्याशी होऊंगा।” क्युमो, जो यौन उत्पीड़न कांड के बाद सियासी वापसी की कोशिश कर रहे थे, ने हार स्वीकार करते हुए ममदानी को बधाई दी और कहा, “आज उनकी रात है, वे इसके हकदार हैं।”
मौजूदा मेयर एरिक एडम्स से होगा मुकाबला
प्राइमरी चुनाव जीतने के बाद ममदानी का सामना अब मौजूदा मेयर एरिक एडम्स से होगा, जो भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी से हटकर स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। न्यूयॉर्क सिटी बोर्ड ऑफ इलेक्शन्स के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, ममदानी को क्युमो की तुलना में अधिक मतपत्रों पर प्राथमिकता मिली है, और आरसीवी के अंतिम गणित में उनकी बढ़त और मजबूत मानी जा रही है।
विविध पृष्ठभूमि और प्रगतिशील नीतियां
जोहरान ममदानी का जन्म 18 अक्टूबर 1991 को युगांडा में हुआ था और वे दक्षिण अफ्रीका व न्यूयॉर्क में पले-बढ़े। डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ऑफ अमेरिका से जुड़े ममदानी ने अपनी नीतियों में मुफ्त शहर बसें, किराए पर नियंत्रण और न्यूयॉर्क में पांच किराना स्टोर शुरू करने जैसे वादे शामिल किए हैं। यदि चुने गए, तो वे न्यूयॉर्क के पहले मिलेनियल मेयर और 1993 के बाद डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट्स से जुड़े पहले मेयर होंगे।
बढ़ता प्रभाव प्रवासी नेताओं का
ममदानी की संभावित जीत प्रवासी नेताओं के बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है। माइग्रेशन पॉलिसी इंस्टीट्यूट (2025) के अनुसार, पिछले सात वर्षों में अमेरिका में विदेशी मूल के निर्वाचित अधिकारियों की संख्या में 15% की वृद्धि हुई है। उनकी जीत न केवल न्यूयॉर्क, बल्कि भारतीय डायस्पोरा के लिए भी एक गर्व का क्षण हो सकती है।
अगला कदम:
ममदानी और एडम्स के बीच होने वाला सामान्य चुनाव नवंबर 2025 में होगा, जो न्यूयॉर्क सिटी की राजनीतिक दिशा तय करेगा। इस बीच, ममदानी के समर्थक उनकी प्रगतिशील सोच और विविधता को शहर के लिए एक नई शुरुआत मान रहे हैं।