नई दिल्ली : पंजाबी सुपरस्टार और सिंगर दिलजीत दोसांझ की आगामी फिल्म ‘सरदारजी 3’ अपनी रिलीज से पहले ही विवादों में घिर गई है। फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री हानिया आमिर को कास्ट करने के फैसले पर ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने कड़ा ऐतराज जताया है। संगठन ने दिलजीत पर देशद्रोह का आरोप लगाते हुए उनकी भारतीय नागरिकता और पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है। इसके लिए AICWA ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर गुहार लगाई है।
विवाद की जड़
‘सरदारजी 3’ की रिलीज की तारीख 27 जून (ओवरसीज) घोषित की गई है, लेकिन फिल्म में हानिया आमिर की मौजूदगी ने तूल पकड़ लिया है। AICWA के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बावजूद दिलजीत ने यह फैसला लिया, जो देश की भावनाओं के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “दिलजीत ने देश के साथ गद्दारी की है। हम उनकी फिल्म किसी भी कीमत पर रिलीज नहीं होने देंगे।”
AICWA ने 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों पर लगाए गए बैन का हवाला दिया, जिसमें 40 भारतीय सैनिकों की शहादत हुई थी। संगठन का दावा है कि दिलजीत ने इस बैन का खुला उल्लंघन किया है।
पीएम को पांच सूत्रीय मांग
सुरेश गुप्ता ने बताया कि AICWA ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर निम्नलिखित मांगें रखी हैं:
- ‘सरदारजी 3’ की रिलीज पर तत्काल बैन।
- दिलजीत दोसांझ, प्रोड्यूसर गुनीर सिंह सिद्धू, मनमॉर्ड सिद्धू और डायरेक्टर अमर हुंदल का पासपोर्ट जब्त करना।
- इन सभी की भारतीय नागरिकता रद्द करना।
- फिल्म से जुड़े सभी लोगों पर सख्त कार्रवाई।
- दिलजीत के साथ किसी भी फिल्म, एल्बम या गाने में काम करने पर पाबंदी।
गुप्ता ने चेतावनी दी कि अगर फिल्म 27 जून को रिलीज होती है, तो संगठन इसे रोकने के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
दिलजीत का पिछला रिकॉर्ड
यह पहली बार नहीं है जब दिलजीत विवादों में घिरे हैं। 2020-21 के किसान आंदोलन के दौरान भी उनकी नागरिकता पर सवाल उठाए गए थे, जिसका उन्होंने मंत्रालय ऑफ फाइनेंस का सर्टिफिकेट दिखाकर जवाब दिया था। यह दर्शाता है कि उनकी लोकप्रियता और सामाजिक मुद्दों पर रुख के कारण उन्हें निशाना बनाया जा सकता है।
भारत-पाक तनाव का असर
विवाद की पृष्ठभूमि भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चली आ रही तनातनी से जुड़ा है। हाल के पहलगाम हमले और 2019 के पुलवामा हमले ने देश में पाकिस्तानी कलाकारों के प्रति रोष को और बढ़ाया है। हालांकि, हानिया आमिर के खिलाफ व्यक्तिगत रूप से कोई सबूत नहीं है, फिर भी उनका फिल्म में होना राजनीतिक और सांस्कृतिक संवेदनशीलता को भड़का रहा है।
आगे क्या?
फिलहाल, यह देखना होगा कि सरकार AICWA की मांगों पर क्या कार्रवाई करती है। दूसरी ओर, दिलजीत की फैन फॉलोइंग और उनकी टीम की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस विवाद से फिल्म इंडस्ट्री में नए सिरे से बहस छिड़ने की संभावना है, खासकर क्रॉस-बॉर्डर सहयोग और राष्ट्रीय भावनाओं के बीच संतुलन को लेकर।