गाजा : गाजा में हालिया संघर्षों में इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) की गोलीबारी ने एक बार फिर से तनाव को बढ़ा दिया है। गवाहों और चिकित्सा कर्मियों के अनुसार, एक सहायता वितरण केंद्र के पास हुई गोलीबारी में 23 फलस्तीनी मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2025 के अंत से लेकर अब तक इसी तरह की घटनाओं में 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
- घटना का विवरण: गाजा में एक अमेरिकी और इजरायल-समर्थित गाजा मानवतावादी फाउंडेशन (जीएचएफ) द्वारा संचालित वितरण केंद्र के पास हुई गोलीबारी में दर्जनों लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए। गवाहों का कहना है कि टैंकों और ड्रोन से फायरिंग की गई, जबकि आईडीएफ का दावा है कि उन्होंने चेतावनी शॉट्स चलाए थे क्योंकि लोग उनके करीब आ रहे थे।
- मानवीय संकट: इस घटना ने पहले से ही गंभीर मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है, जहां पानी की आपूर्ति और बुनियादी ढांचे पर हमले जारी हैं। यूनिसेफ ने चेतावनी दी है कि गाजा में मानव-निर्मित सूखा का खतरा बढ़ रहा है क्योंकि जल प्रणालियां ध्वस्त हो रही हैं।
- क्षेत्रीय तनाव: इस बीच, ईरान और इजरायल के बीच तनाव भी चरम पर है। ईरानी अधिकारियों ने इजरायली खुफिया एजेंसियों से जुड़े होने के संदेह में सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया है और कई को फांसी दी है, जिसमें आईआरजीसी कमांडरों और परमाणु वैज्ञानिकों की हत्याओं के बाद की कार्रवाई शामिल है।
- रणनीतिक चिंताएं: रैंड के शोध के अनुसार, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, जैसे अमेरिकी वितरण केंद्र, पर हमले रणनीतिक रूप से कमजोरियों को उजागर करते हैं और मानवीय संकट को और बढ़ा सकते हैं।
गाजा में जारी हिंसा और क्षेत्रीय तनाव ने एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय चिंताओं को बढ़ा दिया है। मानवीय सहायता पहुंचाने के प्रयासों को बाधित करना और नागरिकों की जान जोखिम में डालना एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है, जिससे शांति और स्थिरता की उम्मीदें धूमिल होती जा रही हैं।