नई दिल्ली : पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्रंप प्रशासन पर जोरदार हमला बोला है, इसे अमेरिकी लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए। 18 जून 2025 को कनेक्टिकट के हार्टफोर्ड में आयोजित एक कार्यक्रम में ओबामा ने चेतावनी दी कि देश “खतरनाक रूप से” autocracy (एकात्मक शासन) की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने ट्रंप सरकार की नीतियों की तुलना हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन के शासन से की, जहां लोकतांत्रिक मूल्यों में कमी देखी गई है।
ओबामा ने कहा कि ट्रंप प्रशासन लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों को कमजोर कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के भीतर और बाहर से गलत नीतियों का विरोध अब संभव नहीं हो रहा। ओबामा ने हंगरी का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां चुनाव तो होते हैं, लेकिन जनता की आवाज दबाई जाती है। उन्होंने चेताया कि अमेरिका भी इसी रास्ते पर चल पड़ा है। ओबामा ने अमेरिकी युवाओं से अपील की कि वे देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आएं। यह उनकी 2008 की चुनावी रणनीति की याद दिलाता है, जब उन्होंने युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए सक्रिय किया था।
ओबामा का यह बयान उनके सेवानिवृत्त जीवन में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि वे आमतौर पर राजनीति से दूरी बनाए रखते हैं। वी-डेम इंस्टीट्यूट की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, 2016 के बाद से अमेरिका में लोकतांत्रिक संकेतकों में 10% की गिरावट आई है, जिसे ध्रुवीकरण और शक्ति के दुरुपयोग से जोड़ा गया है। हालांकि, इस रिपोर्ट पर पक्षपात के आरोप भी लगते रहे हैं।
ओबामा का युवाओं पर जोर 2008 में उनके 66% युवा वोट (अमेरिकन नेशनल इलेक्शन स्टडीज) हासिल करने की सफलता को दोहराने का प्रयास हो सकता है। लेकिन 2024 की पीयू रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, युवाओं में राजनीतिक भागीदारी कम हुई है, जो उनकी रणनीति के लिए चुनौती बन सकती है।
ट्रंप प्रशासन या उनके समर्थकों ने अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक जवाब नहीं दिया है। सोशल मीडिया पर #BarakObama, #Trump, और #DemocracyInDanger ट्रेंड कर रहे हैं, जिससे बहस तेज हो गई है।