नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद डॉ. शशि थरूर ने आज संसदीय स्थायी समिति पर विदेशी मामलों की बैठक के बाद बयान दिया, जिसमें भारत-बांग्लादेश संबंधों के भविष्य पर विशेषज्ञों और गैर-आधिकारिक गवाहों के साक्ष्य दर्ज किए गए। थरूर ने कहा कि चार प्रथम-श्रेणी के विशेषज्ञों ने हमें महान अंतर्दृष्टि दी, और अगले कुछ हफ्तों में हमारी रिपोर्ट देखी जा सकेगी।
थरूर ने यह भी उल्लेख किया कि भारत में रहने वाले बांग्लादेशियों के मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई, लेकिन उन्हें बताया गया कि अब हमारे देश में बांग्लादेशियों की संख्या कम हो गई है। यह जानकारी द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय स्थिरता पर प्रभाव डालने वाली व्यापक प्रवास प्रवृत्तियों और नीतियों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
भारत-बांग्लादेश संबंधों में ऐतिहासिक और चल रहे चुनौतियों, जिसमें आर्थिक संबंध, सीमा मुद्दे और भारत में बांग्लादेशियों की महत्वपूर्ण उपस्थिति शामिल है, जैसे कि 2001 की जनगणना और अन्य अनुमानों में नोट किया गया है, इस चर्चा का संदर्भ है। यह जटिलता को दर्शाता है कि क्रॉस-बॉर्डर प्रवास को कैसे प्रबंधित किया जाए और इसके क्षेत्रीय स्थिरता पर प्रभाव को कैसे संबोधित किया जाए।