कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के दो प्रमुख सांसदों, कल्याण बनर्जी और महुआ मोइत्रा के बीच ताजा विवाद ने पार्टी के भीतर चल रही अंदरूनी कलह को और उजागर कर दिया है। भारत टीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, कल्याण बनर्जी ने महुआ मोइत्रा पर तंज कसते हुए कहा, “हनीमून मनाकर आईं और लगीं मुझसे लड़ने…” यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।
पृष्ठभूमि और विवाद का कारण यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब हाल ही में महुआ मोइत्रा ने अपनी शादी बीजेडी के पूर्व सांसद पिनाकी मिश्रा से की, जिसके बाद से उनके और बनर्जी के बीच तनाव बढ़ गया है। अप्रैल 2025 में चुनाव आयोग के दौरे के दौरान मतदाता पहचान पत्र के मुद्दे पर दोनों के बीच पहले भी झड़प हो चुकी है। नवीनतम विवाद तब और गहराया जब कोलकाता गैंगरेप मामले पर बनर्जी की टिप्पणियों को मोइत्रा ने आलोचना का निशाना बनाया, जिसके बाद यह निजी हमले तक पहुंच गया।
पार्टी में अंदरूनी टूट का संकेत सूत्रों के अनुसार, इस सार्वजनिक झड़प ने पार्टी के भीतर असंतोष को बढ़ा दिया है। अप्रैल में हुई एक घटना में मोइत्रा ने बनर्जी को गिरफ्तार करने की मांग तक कर दी थी, जिसके बाद व्हाट्सएप चैट्स में बनर्जी द्वारा मोइत्रा को “अंतरराष्ट्रीय महिला” कहे जाने और उनकी राजनीतिक व निजी जिंदगी पर अपमानजनक टिप्पणियों का खुलासा हुआ। वरिष्ठ TMC सांसद सौगत रॉय ने मीडिया को बताया कि मोइत्रा संसद में आंसुओं में नजर आईं, और कई सांसदों का मानना है कि बनर्जी को पार्टी व्हिप पद से हटाया जाना चाहिए।
राजनीतिक विश्लेषण राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद पार्टी की एकता के लिए खतरा बन सकता है, खासकर आगामी चुनावों से पहले। राजनीति विज्ञान के एक अध्ययन (जर्नल ऑफ पॉलिटिक्स, 2022) के अनुसार, पार्टियों के भीतर सार्वजनिक विवाद अक्सर सत्ता संघर्ष और संगठनात्मक कमजोरी का संकेत देते हैं। कोलकाता गैंगरेप मामले में TMC और भाजपा के बीच पहले से चली आ रही राजनीतिक तनातनी भी इस विवाद को और जटिल बना रही है।
आगे की राह पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी की ओर से इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अप्रैल की घटना के बाद उन्होंने पार्टी के भीतर अनुशासन बनाए रखने के लिए कदम उठाए थे। क्या यह विवाद पार्टी के लिए एक सबक साबित होगा या और गहराएगा, यह आने वाले दिनों में साफ होगा।