बिहार के परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। केंद्र सरकार ने पटना-बेतिया 4 लेन एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे को मंजूरी दे दी है। इस 4000 करोड़ रुपये की परियोजना के पूरा होने के बाद पटना से बेतिया का सफर वर्तमान के 5-6 घंटे से घटकर मात्र 3 घंटे रह जाएगा।
प्रोजेक्ट की मुख्य विशेषताएं
- हाईब्रिड एन्यूटी मोड (HAM) में बनेगी सड़क
- केंद्र सरकार 40% (1600 करोड़) और निर्माण एजेंसी 60% (2400 करोड़) निवेश करेगी
- 167 किमी कुल लंबाई में से 147.33 किमी नई ग्रीनफील्ड सड़क
- अधिकतम गति सीमा 100 किमी/घंटा
- यात्रा दूरी में 100 किमी की कमी
परियोजना का मार्ग और कनेक्टिविटी
यह हाईवे एम्स गोलम्बर से शुरू होकर:
- दीघा का जेपी सेतु
- बकरपुर-मानिकपुर
- साहेबगंज-केसरिया
- अरेराज होते हुए
- बेतिया के पास NH-727 से जुड़ेगा
पांच चरणों में होगा निर्माण
- जेपी सेतु समानांतर 6 लेन पुल (6.92 किमी, ₹2221.47 करोड़)
- बकरपुर-मानिकपुर (38.813 किमी, ₹846.95 करोड़)
- मानिकपुर-साहेबगंज (44.65 किमी, ₹918 करोड़)
- साहेबगंज-अरेराज (37.58 किमी, ₹833 करोड़)
- अरेराज-बेतिया (40.58 किमी, ₹1050 करोड़)
भविष्य की योजनाएं
- बेतिया से बगहा तक 4 लेन सड़क (DPR तैयार हो रहा है)
- बगहा को कुशीनगर से जोड़ने की योजना
- अंततः पटना-कुशीनगर सफर 4-4.5 घंटे में पूरा हो सकेगा
बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह परियोजना पूर्वी बिहार के कई जिलों के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।