तारानगर, राजस्थान: तारानगर, राजस्थान से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने एक 18 साल की हिंदू लड़की को ओमान में बेचे जाने से बचा लिया। आरोप है कि ओमान में रहने वाला मोहम्मद इस्लाम ने लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसाकर उसे देश से बाहर ले जाने और बेचने की साजिश रची थी। इस घटना को ‘लव जिहाद’ से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसके बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार्रवाई की।
घटना की पूरी कहानी मामले के अनुसार, मोहम्मद इस्लाम मूल रूप से तारानगर का रहने वाला है, लेकिन वर्तमान में वह ओमान के मस्कट में रहता है। उसने लड़की को अपने प्यार के जाल में फंसाया और तीन महीने पहले उसका पासपोर्ट बनवाया, जब लड़की की उम्र 18 साल हुई।
प्यार में आकर्षित होकर लड़की अपने साथ एक लाख रुपये नकद और सोने-चांदी के गहने लेकर घर से फरार हो गई और दिल्ली एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गई। लड़की के परिजनों ने इसकी शिकायत तारानगर पुलिस में की, जिसके बाद पुलिस ने तलाश शुरू की। सूचना मिलने पर भारतीय दूतावास और दिल्ली पुलिस के साथ समन्वय करते हुए चूरू पुलिस ने लड़की को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से प्लेन में चढ़ने से पहले बचा लिया।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका चूरू के एसपी जय यादव स्वयं तारानगर पहुंचे और लड़की को सुरक्षित उसके परिजनों को सौंपा। इस दौरान स्थानीय भाजपा नेता राकेश जांगिड़ और समाज के लोगों ने एसपी यादव का साफा पहनाकर अभिनंदन किया। पुलिस के अनुसार, मोहम्मद इस्लाम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू होगी।
ओमान में मानव तस्करी का संदर्भ इस घटना का संबंध ओमान में बढ़ते मानव तस्करी के मामलों से भी जोड़ा जा रहा है। हाल ही के आंकड़ों के अनुसार, ओमान सरकार ने पिछले साल सात तस्करी मामलों में नौ ओमानी और 13 विदेशियों के खिलाफ कार्रवाई की, जिसमें एक ओमानी को श्रम तस्करी और एक अन्य को जबरन मछली पकड़ने के लिए मजदूर रखने के मामले में सजा सुनाई गई। ओमान का मानव तस्करी सूचकांक स्कोर 2023 में 7/10 रहा, जो इस समस्या की गंभीरता को दर्शाता है।
‘लव जिहाद’ का विवाद यह मामला एक बार फिर ‘लव जिहाद’ की बहस को हवा दे सकता है, जो भारत में एक विवादास्पद मुद्दा बना हुआ है। हालांकि, इस सिद्धांत के पीछे कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं, फिर भी इसे हिंदू-मुस्लिम संबंधों में धार्मिक रूपांतरण के प्रयासों से जोड़ा जाता है। 2009 के केरल हाई कोर्ट के फैसले और 2017 में एनआईए की जांच में भी इस तरह के कुछ मामलों की पड़ताल हुई, लेकिन नतीजा अनिर्णायक रहा।
आगे की कार्रवाई पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और मोहम्मद इस्लाम के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की भी पड़ताल शुरू की गई है। इस बीच, लड़की और उसके परिवार को काउंसलिंग और सुरक्षा प्रदान की जा रही है।