बिहार विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। इस बीच लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एक इंटरव्यू में खुलकर अपनी राजनीतिक योजनाओं पर रोशनी डाली। उन्होंने स्वीकार किया कि कई लोग उनके चुनाव न लड़ने की सलाह दे रहे हैं, लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी करेगी।
“चुनाव लड़ना चाहता हूं, पर पार्टी करेगी मंथन”
चिराग ने इंटरव्यू में कहा कि मैं निश्चित रूप से चुनाव लड़ने की इच्छा रखता हूँ, लेकिन यह फैसला पार्टी का होगा। पार्टी यह तय करेगी कि मेरा चुनाव लड़ना उनके लिए फायदेमंद होगा या नहीं। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें चुनाव न लड़ने की सलाह नहीं दी है, बल्कि उन्होंने अपने अनुभव साझा किए हैं।
NDA में सीट बंटवारे पर क्या है रणनीति?
बिहार में NDA के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर चिराग ने स्पष्ट किया कि गठबंधन धर्म का पालन करते हुए ही निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर चुनाव में सीटों का बंटवारा क्वालिटी के आधार पर होता है। मैं चाहूंगा कि हर दल को उन सीटों पर मौका मिले जहां वह मजबूत है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि LJP और JD(U) ने पहले कभी साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ा, इसलिए यह एक नया अनुभव होगा।
“मेरे चुनाव लड़ने से किसी का समीकरण नहीं बिगड़ेगा”
चिराग ने इस बात पर जोर दिया कि उनके चुनाव लड़ने से NDA के समीकरण पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पिछली बार मैंने NDA से अलग होकर चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार हम गठबंधन में हैं। BJP ने अतीत में मंत्रियों को चुनाव में उतारकर सफलता पाई है।
धर्म और राजनीति पर चिराग का स्टैंड
इंटरव्यू के दौरान चिराग ने धर्म और जाति के मुद्दे पर भी स्पष्ट रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि धर्म पर केवल जानकार लोगों को ही बोलना चाहिए। संविधान हमें आजादी देता है, और देश संविधान के अनुसार चलेगा। जातिवादी राजनीति करने वाले तत्वों का विरोध होना चाहिए।