एनटीपीसी (NTPC) बाढ़ की स्टेज-1 की तीसरी इकाई (660 मेगावाट) का वाणिज्यिक बिजली उत्पादन शुरू कर दिया गया है। इससे पहले दिनांक 05 जून 2025 को इस यूनिट का 72 घंटे का फुल लोड ट्रायल ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया था। ट्रायल के दौरान संयंत्र के सभी तकनीकी, परिचालन और सुरक्षा मानकों का सघन परीक्षण किया जाता है, जिसे सफलतापूर्वक पार कर लिया गया।
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इस यूनिट के वाणिज्यिक संचालन में आने से बिहार को अब अतिरिक्त 383 मेगावाट बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित हो पाएगी। वर्तमान में एनटीपीसी बाढ़ के स्टेज-1 और स्टेज-2 की कुल चार यूनिटों से बिहार को 1902 मेगावाट बिजली मिल रही है, जो इस नई यूनिट के साथ बढ़कर 2285 मेगावाट हो गई।
पूरे पूर्वी भारत को मिल रहा है लाभ
एनटीपीसी बाढ़ से बिहार के अलावा झारखंड, सिक्किम, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, केरल, गुजरात और तेलंगाना जैसे राज्यों को भी बिजली की आपूर्ति की जा रही है। वहीं अब एनटीपीसी से बिहार को कुल 7676 मेगावाट बिजली मिलने लगी है, जिसमें 300 मेगावाट सौर ऊर्जा भी शामिल है। इसी के साथ बाढ़, एनटीपीसी में विंध्याचल के बाद दूसरा सबसे अधिक बिजली उत्पादन क्षमता वाला स्टेशन बन गया है।
बाढ़ परियोजना की स्टेज-1 (3×660 मेगावाट) की अब तीनों यूनिटें और स्टेज-2 (2×660 मेगावाट) की दो यूनिटें मिलाकर कुल 5 यूनिटों से 3300 मेगावाट की क्षमता पर बिजली उत्पादन शुरू हो चुका है, जो क्षेत्र की ऊर्जा जरूरतों को बेहतर तरीके से पूरा करेगा।