बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Election 2025) अब महज चंद महीने दूर रह गया है। ऐसे में, राज्य की राजनीति में हर पार्टी और नेता अपनी रणनीति पर काम कर रहा है। लेकिन सवाल यह है कि बिहार की जनता किसके साथ है? इसका जवाब सी-वोटर (C-Voter) के ताजा सर्वे में मिलता है, जिसमें तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) एक बार फिर सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री पद के दावेदार बने हुए हैं। हालांकि, प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की बढ़ती लोकप्रियता ने राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे दिया है।
सी-वोटर सर्वे: किसने कितना बढ़ाया दबदबा?
सी-वोटर के मासिक ट्रैकर के अनुसार, तेजस्वी यादव की लोकप्रियता में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है। फरवरी में वह 41% पर थे, अप्रैल में 36% और जून में 35% पर पहुंच गए। वहीं, मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की रेटिंग 18% से घटकर 17% हुई है।
सबसे बड़ा उछाल चिराग पासवान (Chirag Paswan) और प्रशांत किशोर ने दर्ज किया है। चिराग की लोकप्रियता 4% से बढ़कर 10% हुई है, जबकि प्रशांत किशोर 15% से 18% पर पहुंच गए हैं। सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) का ग्राफ 8% से 10% तक पहुंचा है।
प्रशांत किशोर बनेंगे किंगमेकर?
प्रशांत किशोर की लोकप्रियता में लगातार इजाफा हो रहा है। वह अब दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं, जो किसी नई पार्टी के लिए बड़ी उपलब्धि है। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि पॉपुलरिटी और वोट शेयर में अंतर होता है। फिर भी, अगर वे 5-10% वोट भी हासिल करते हैं, तो बिहार में तृतीय मोर्चा (Third Front) की संभावना बन सकती है।
तेजस्वी यादव का जवाब
हालांकि तेजस्वी यादव से सर्वे के नतीजों पर जब मीडिया कीे ओर से सवाल किए गए, तो उन्होंने कहा कि “सर्वे की बजाय हम जनता के बीच काम कर रहे हैं। 2020 के चुनाव में भी हम सबसे बड़ी पार्टी बने थे, लेकिन धांधली हुई। इस बार हमने 5 लाख नौकरियां दीं, जो हमारी साख बढ़ाएगी।”
चुनावी समीकरण: क्या होगा परिणाम?
- तेजस्वी यादव अभी भी पसंदीदा हैं, लेकिन उनकी पार्टी को मोमेंटम चाहिए।
- नीतीश कुमार की थकान दिख रही है, लेकिन उनके वोटर्स एनडीए से नहीं भटक रहे।
- प्रशांत किशोर अगर 10% से ज्यादा वोट लेते हैं, तो वे किंगमेकर बन सकते हैं।