प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बिहार के दौरे पर आने वाले हैं। 18 जुलाई को उनकी मोतिहारी में एक बड़ी जनसभा होगी, जहाँ से वे राज्य की महिलाओं और युवाओं के लिए कोई बड़ी योजना की घोषणा कर सकते हैं। बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि भाजपा और नीतीश कुमार की सरकार चुनावी रणनीति के तहत विकास योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ा रही है।
क्या है PM मोदी के मोतिहारी दौरे की तैयारी?
- बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी आज मोतिहारी पहुँचकर प्रशासनिक अधिकारियों और भाजपा नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
- इस दौरे में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के विकास कार्यों का शिलान्यास भी हो सकता है।
- भाजपा के स्थानीय नेताओं ने संकेत दिया है कि PM मोदी महिलाओं के लिए एक नई योजना ला सकते हैं, जिसका लाभ बिहार की लाखों महिलाओं को मिलेगा।
चुनावी रणनीति के तहत विकास प्रोजेक्ट्स पर जोर
बिहार में अक्टूबर-नवंबर 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से बड़े विकास प्रोजेक्ट्स की घोषणा की जा रही है। पिछले महीने सीवान में PM मोदी ने 6,000 करोड़ रुपये के शहरी विकास योजनाओं का शिलान्यास किया था। इसके अलावा पटना-गोरखपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई गई थी।
मोतिहारी दौरे का राजनीतिक महत्व
मोतिहारी, चंपारण क्षेत्र का हिस्सा है, जो ऐतिहासिक रूप से कांग्रेस और RJD का गढ़ रहा है। भाजपा यहाँ अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए महिला और युवा वोट बैंक को लक्षित कर रही है। PM मोदी की इस रैली में स्थानीय सांसद राधा मोहन सिंह भी शामिल होंगे, जो इस क्षेत्र में पार्टी के प्रमुख चेहरा हैं।