पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की सरेआम गोली मारकर शुक्रवार की रात हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी संज्ञान लिया है। खेमका हत्याकांड को लेकर तेजस्वी यादव ने भी बिहार सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार की ध्वस्त कानून व्यवस्था व बेलगाम भ्रष्टाचार पर भी अगर किसी ग़ुस्सा नहीं आ रही तो समझो उस इंसान की न्यायिक चरित्र एवं मानवीय संवेदना मर चुकी है। जात-धर्म के नाम पर सरकार की विफलताओं एवं जन भावनाओं को नजर अंदाज करना बिहार और बिहारियों के लिए घातक है।
‘भाजपा और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार को ‘भारत की क्राइम कैपिटल’ बना दिया है’
तेजस्वी यादवने कहा कि NDA के शासन में अब तक 65000 हत्याएं हो चुकी है। मजाल है अचेत मुख्यमंत्री किसी घटना पर कोई बयान दें? तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में राक्षस राज स्थापित हो चुका है। नीतीश कुमार के शासन में अब तक 65,000 से अधिक लोगों की हत्याएं हुई है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार को 65 हज़ार निर्दोष लोगों की हत्याओं में भी पुण्य दिखाई देता है। इन्हें शर्म आनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जंगलराज चिल्लाने वाले अब कहां है। हम इसीलिए हर रोज क्राइम बुलेटिन जारी करते हैं। आप लोग दोनों डिप्टी सीएम को बुलाकर क्यों नहीं पूछ रहे। उन्होंने मीडिया को आड़े हाथों लिया कि यही अब तक लालू राज में हुआ तो मीडिया तेजस्वी यादव का खाल नोच ली होती। आप लोग सच क्यों नहीं छाप रहे। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की भूमिका ठीक से नहीं निभा रहे।मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और जज के घर के सामने गोलियां चलती हैं। अपराधी गोलियां चलाते हुए आगे-आगे जाते हैं और पीछे-पीछे एडीजी विधि-व्यवस्था होते हैं, लेकिन अपराधी मौके से पकड़े नहीं जाते।
गोपाल खेमका हत्याकांड पर तेजस्वी ने उठाए ये सवाल.. परिवार से मिलकर दी सांत्वना
तेजस्वी ने कहा कि पुलिस की निष्क्रियता इस हद तक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बार-बार बिहार आकर जंगल-राज का रट लगाते हैं, लेकिन बिहार सरकार से बढ़ते अपराध पर कोई प्रश्न नहीं करते। मीडिया भी पूरा सच नहीं दिखाता। तेजस्वी ने कहा कि छह वर्ष पहले जब गोपाल के पुत्र गुंजन खेमका की हत्या हुई थी, तब भी एनडीए का राज था। उस हत्याकांड से आज तक पर्दा नहीं उठा।
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बता दें कि गोपाल खेमका की 4 जुलाई 2025 की रात बांकीपुर क्लब के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस जांच में जमीनी विवाद और बेऊर जेल कनेक्शन सामने आया है। वहीं, SIT और STF सक्रियता से शूटर की तलाश कर रही है, जिसका आखिरी लोकेशन हाजीपुर में मिला.इस हत्याकांड के लगभग 48 घंटे हो चुके हैं। इसके बाद भी अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। शनिवार को पटना के बेऊर जेल में पुलिस टीम ने छापेमारी की। जहां 3 कक्षपालों को निलंबित कर दिया गया। वहीं, पटना की सिटी एसपी (मध्य) दीक्षा के नेतृत्व में गठित SIT में 2 डीएसपी, 1 एएसपी, 3 इंस्पेक्टर, 1 दारोगा और टेक्निकल सेल के पुलिसकर्मी शामिल हैं। जल्द ही पुलिस इस हत्याकांड का खुलासा कर सकती है।